नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट इतिहास में पहली बार आईसीसी टी20 विश्व कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से मात देकर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दिखा दिया कि न सिर्फ टेस्ट और वनडे बल्कि वह टी20 क्रिकेट के बादशाह बनने की भी काबिलियत रखते हैं. हालांकि टीम ने तो शानदार प्रदर्शन किया मगर उनके कप्तान आरोन फिंच ने काफी निराश किया है. उनका हाल कुछ उसी तरह है जैसे कि लंगूर के हाथ में अंगूर लग गया हो. फिंच का इस विश्व कप में प्रदर्शन काफी लचर रहा लेकिन डेविड वॉर्नर और मिचेल मार्श की कातिलाना फॉर्म के चलते ऑस्ट्रेलिया ने खिताब पर कब्जा जमाया.
बल्ले से फ्लॉप रहे फिंच
फिंच की बात करें तो न सिर्फ टी20 विश्व कप बल्कि आईसीसी नॉकआउट मैचों में भी उनका बल्ला खामोश रहा है. न्यूजीलैंड के खिलाफ भी उनका यही हाल रहा और फाइनल मुकाबले में वह अपनी टीम के लिए बल्ले से सिर्फ 5 रन ही बना सके. हालांकि मिचेल मार्श और डेविड वॉर्नर ने तूफानी अर्धशतकीय पारियां खेलकर टीम को आसानी से खिताब जिता दिया. इसके अलावा पूरे आईसीसी टी20 विश्व कप की बात करें तो फिंच के बल्ले से सात मैचों में सिर्फ 135 रन ही निकले हैं. जिसमें पिछली तीन पारियों में उनके नाम कुल 14 रन है. जबकि सेमीफाइनल में वह पाकिस्तान के खिलाफ शून्य पर आउट हो गए थे. उस मैच में भी उनके खिलाड़ियों ने जीत दिलाकर टीम की लाज बचा ली थी.
2019 आईसीसी विश्व कप में भी रहे थे नाकाम
2019 में खेले गए वनडे विश्व कप से सेमीफाइनल में इंग्लैंड के सामने भी फिंच का बल्ला खामोश रहा था. इस मैच में भी वह बिना खाता खोले आउट हो गए थे. जबकि उससे पहले 2015 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी वह बिना रन बनाए आउट हो गए थे.