पहले बाप और फिर बेटा बना ऑस्ट्रेलिया का चैंपियन, इस जोड़ी ने हासिल किया ख़ास मुकाम

पहले बाप और फिर बेटा बना ऑस्ट्रेलिया का चैंपियन, इस जोड़ी ने हासिल किया ख़ास मुकाम

नई दिल्ली। आईसीसी टी20 विश्व कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पार्टी करने में व्यस्त हैं. इसी बीच एक अनोखा रिकॉर्ड सामने आया है. जो शायद क्रिकेट इतिहास में पहली बार सुनने को मिला है. न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श ने तूफानी पारी खेली और टीम को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जिता डाला. इस तरह अपने देश को चैंपियन बनाने के साथ ही उन्होंने एक अनोखा इतिहास भी रच डाला है. ऑस्ट्रेलिया के लिए उनके पिता ज्योफ मार्श भी चैंपियन टीम का हिसा रह चुके हैं. इस तरह पिता-पुत्र की ये जोड़ी क्रिकेट इतिहास में शायद पहली बार अब चैंपियन भी बन गई है.

 

मिचेल ने खेली नाबाद 77 रनों की पारी 
दरअसल, रविवार को न्यूजीलैंड ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान केन विलियमसन के 85 रन की बदौलत 172 रन का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में आस्ट्रेलिया ने दो विकेट गंवाकर 18.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका कप्तान आरोन फिंच के रूप में लगा, जो सिर्फ पांच रन ही बना सके थे. इसके बाद मिचेल मार्श क्रीज पर उतरे और उन्होंने नाबाद 77 रन की दमदार पारी खेली. जिसमें 6 चौके और 4 छक्के लगाते हुए टीम को चैंपियन बना डाला.

 

पिता भी बने थे चैंपियन 
इस तरह मार्श की बदौलत चैंपियन बनने के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास की किताब से एक दिलचस्प वाकया सामने निकलकर आया है. जिसमें यह पता चला कि मार्श के पिता ज्योफ मार्श भी ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल चुके हैं और वह भी चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे. हालांकि मिचेल मार्श के बड़े भाई शॉन मार्श भी ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी क्रिकेट खेल चुके हैं लेकिन वह चैंपियन टीम का हिस्सा नहीं रहे. ऐसे में जो काम बड़े भाई से न हुआ वह अब छोटे भाई ने कर दिखाया और पिता के कारनामें को दोहराते हुए इतिहास रच डाला. मिचेल के पिता ज्योफ ने आस्ट्रेलिया के लिए वो विश्व कप फाइनल खेला था जहां टीम को पहली बार जीत मिली. 1987 में आस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के मैच जीता था और ज्योफ इस मैच का हिस्सा थे. हालंकि उनके बल्ले से सिर्फ 25 रन ही निकले थे लेकिन उनकी टीम पहली बार विश्व कप जीतकर घर लौटी थी. ज्योफ अभी 62 साल के हैं और अपने बेटों के साथ क्रिकेट के अनुभव को साझा करते रहते हैं.