नई दिल्ली। क्रिकेट में रिटायरमेंट की कोई समयसीमा नहीं है, जब तक एक खिलाड़ी अपने देश के लिए अच्छा करता है और फिट रहता है तब तक वो क्रिकेट खेल सकता है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए जब अपने 12 खिलाड़ियों का ऐलान किया था तब टीम में शामिल कुछ खिलाड़ियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी, कारण था उनकी बढ़ती उम्र. लेकिन कल न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैच में एक खिलाड़ी ऐसा था जिसने साबित कर दिया कि वो अभी और क्रिकेट खेल सकता है और टीम को जीत दिला सकता है. जी हां हम यहां टीम के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज शोएब मलिक की बात कर रहे हैं. मलिक ने कल अपनी सटीक पारी की बदौलत टीम को जीत दिला दी. ऐसे में अब टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान भी उनके मुरीद बन गए हैं.
सेलेक्टर्स को दिया जवाब
पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान ने शोएब मलिक को लेकर कहा कि, मलिक ने साबित कर दिया कि उनको पाकिस्तान टीम में शामिल करने का सेलेक्टर्स का फैसला पूरी तरह सही था. मलिक ने कल के मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 20 गेंदों में 26 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने 2 चौके और 1 छक्का भी जडा. मलिक उस दौरान टीम का साथ देने आए जब टीम मुसीबत में थी और उनके इन फॉर्म बल्लेबाज बाबर आजम के साथ टीम के कुल 3 विकेट गिर चुके थे. ऐसे में टीम को 50 गेंदों मेंम 66 रनों की जरूरत थी और मलिक ने अंत तक विकेट पर खड़े होकर टीम को जीत दिला दी.
धैर्य ही सबकुछ
जहीर ने एक इंटरव्यू में कहा कि, फैंस अक्सर पूछते हैं कि शोएब मलिक जैसे सीनियर खिलाड़ी अभी भी टीम में क्यों खेल रहे हैं. ऐसे में उन्हें पता होना चाहिए कि इसके पीछे एक कारण है. इन अनुभवी खिलाड़ियों को पता होता है कि, दबाव कैसे लेना चाहिए. वो कभी जल्दबाजी नहीं करते और हमेशा दबाव को हैंडल करते हैं. ऐसे में धैर्य ही सबकुछ होता है. मुझे लगता है कि मलिक को अंत में सेलेक्टर्स ने टीम में शामिल कर सही फैसला लिया है.
'बाबर' पाकिस्तान के लिए एक नई दिशा
जहीर खान ने यहां टीम के कप्तान बाबर आजम की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि, बाबर सुपर 12 में टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. बाबर काफी शांत और धैर्य के साथ खेलते हैं. हम पहले देख चुके हैं कि, पाकिस्तान एक ऐसी टीम था जिसका भरोसा नहीं होता था. लेकिन बाबर की कप्तानी में अब टीम एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है.