वकार यूनिस के नमाज वाले बयान पर भड़का भारतीय क्रिकेटर, कहा- तुम्हारी जिहादी...

वकार यूनिस के नमाज वाले बयान पर भड़का भारतीय क्रिकेटर, कहा- तुम्हारी जिहादी...

नई दिल्ली। पाकिस्तान टीम के पूर्व कोच वकार यूनिस ने जब से ‘हिंदुओं के बीच नमाज’ वाला बयान दिया है तब से वो विवादों में हैं. पाकिस्तानी फैंस के साथ अब भारत के कई पूर्व क्रिकेटर्स ने भी उनपर हमला बोलना शुरू कर दिया है. भारत के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, आकाश चोपड़ा और मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले ने वकार यूनिस पर हमला बोल दिया है. दरअसल वकार ने पाक बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के मैदान पर हिंदुओं के बीच नमाज पढ़ने को मैच का सबसे अच्छा लम्हा बताया था. इस विवाद के बाद वकार ने कहा कि, उन्होंने आवेश में आकर यह बात बोल दी थी, वह इसके लिए माफी मांगते हैं. एक न्यूज चैनल डीबेट के दौरान पाकस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज ने ये बात कही थी, जिसके बाद ये विवाद बढ़ता चला गया. 


जिहादी मानसिकता
वकार की इस टिप्पणी के बाद अब भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई है. वेंकटेश ने कहा कि, एक खेल में ऐसा कहना दूसरे स्तर की जिहादी मानसिकता  लगती है. कितना शर्मनाक आदमी है. बेशर्म. बता दें कि क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा कि हमें क्रिकेट की दुनिया को जोड़ने की जरूरत है, धर्म से बांटने की नहीं. भोगले ने कहा कि हम जैसे खेलप्रेमियों के लिए लोगों को यह बताना बहुत मुश्किल हो जाता है कि यह सिर्फ खेल है, सिर्फ एक क्रिकेट मैच है. उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि पाकिस्तान में बहुत सारे खेलप्रेमी इस टिप्पणी को खतरनाक तौर पर समझेंगे और मेरी बात का समर्थन करेंगे.


रिजवान ने पढ़ी थी नमाज
ये मामला भारत और पाकिस्तान के मैच के दिन का है. जब बीच ब्रेक में मोहम्मद रिजवान ने नमाज अदा की थी. इसके बाद ट्विटर पर शोएब अख्तर ने रिजवान की प्रशंसा करते हुए कहा कि “अल्लाह उस सर को किसी और के आगे झुकने नहीं देता जो उसके सामने झुकाता है.” रिजवान का ये वीडियो खूब वायरल हुआ था जिसके बाद अंत में वकार ने एक टीवी शो के दौरान ये बात कही थी.


वकार ने मांगी माफी
वकार यूनिस ने माफी मांगने वाले ट्वीट में लिखा कि, आवेश में आकर मैंने ये बात कही थी. मैंने ऐसा कुछ कहा, जो मेरा कहने का मतलब नहीं था. इससे काफी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं, मेरा ऐसा मकसद बिल्कुल नहीं था, सच में गलती हो गई. खेल लोगों को रंग और धर्म से हटकर जोड़ता है.