जसप्रीत बुमराह के चोट के चलते बाहर होने से टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय टीम की बॉलिंग की ताकत पहले ही आधी हो गई है. अब एक नई समस्या उठ खड़ी हुई है. यह समस्याहै- तेज गेंदबाज हर्षल पटेल की फॉर्म. पिछले कुछ मैचों से उनकी लगातार पिटाई हो रही है और विरोधी टीमों के बल्लेबाज उनके ओवर्स से बड़े रन लूट रहे हैं. हर्षल पटेल पर डेथ ओवर्स में बॉलिंग करने का जिम्मा है. ऐसे में उनकी वर्तमान फॉर्म भारत की रणनीति बुरी तरह बिगाड़ सकती है. बुमराह के नहीं होने से पहले ही भारत की डेथ ओवर्स की चिंता बढ़ी हुई है.
हर्षल पटेल 10 अक्टूबर को भारत के पहले प्रैक्टिस मैच में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले. इसमें हर्षल पटेल ने चार ओवर फेंके. इनमें 49 रन गए. यानी 12 से ऊपर की इकॉनमी. उन्हें एक विकेट मिला लेकिन उनके ओवरों में गए रन उल्लेखनीय हैं. पिछले 11 मैचों में से छह में उनकी इकॉनमी रेट 12 से ऊपर की रही है. एक में तो यह 13 और दूसरे में 16 तक रही है. बाकी के पांच मैचों में से तीन में आठ, एक में नौ और एक में साढ़े रन प्रति ओवर के हिसाब से रन गए हैं. 11 में से पांच मैचों में हर्षल ने 45 से ऊपर रन लुटाए हैं. एक मैच में दो ओवर में ही 32 रन दे दिए थे. यह मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था जिसमें आठ ओवर का खेल हुआ था.
आईपीएल के दम पर टीम इंडिया में आए हर्षल
हर्षल पटेल ने आईपीएल 2021 और 2022 में शानदार डेथ ओवर्स बॉलिंग के चलते भारतीय टी20 टीम में जगह बनाई थी. इसके बाद वे इसी भूमिका में खेल रहे हैं. वे 10वें ओवर के बाद ही आमतौर पर बॉलिंग करते हैं. उनकी स्लॉअर बॉल काफी घातक रही है. इनके जरिए उन्होंने न केवल विकेट निकाले हैं बल्कि रन बनाना भी मुश्किल किया है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि टी20 इंटरनेशनल में बल्लेबाजों ने उनकी विधा को पढ़ लिया है.
टी20 इंटरनेशनल में महंगे हर्षल
हर्षल के टी20 करियर को देखें तो उन्होंने 155 मुकाबलों में 185 विकेट लिए हैं. इनमें उनकी इकॉनमी 8.10 की रही है. यानी हर ओवर में लगभग आठ के आसपास रन वे देते हैं. ये रिकॉर्ड उनका आईपीएल और बाकी घरेलू टी20 मुकाबलों में है. अब बात टी20 इंटरनेशनल की करें यहां उनके नाम 23 मैच में 26 विकेट हैं. उनकी इकॉनमी 9.20 की है. यानी हर ओवर में नौ से ज्यादा रन. घरेलू टी20 मुकाबलों की तुलना में वे टी20 इंटरनेशनल मैचों में आमतौर पर एक रन ज्यादा लुटाते हैं.