नई दिल्ली। वेस्टइंडीज में अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया का दमदार प्रदर्शन जारी है. कोरोना से उबरने के बाद कप्तान यश धुल सहित 5 खिलाड़ियों की टीम में वापसी हुई और क्वार्टरफाइनल मैच में बांग्लादेश पर हमला बोल डाला. भारत ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और पिच में स्विंग और सीम का फायदा उठाते हुए भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. जिसमें भारत की तरफ से सीआरपीएफ जवान के बटे रवि कुमार ने 7 ओवर में 14 रन देकर बांग्लादेश के टॉप आर्डर के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर उन्हें मैच में शुरू से ही बैकफुट पर धकेल दिया. इसका आलम यह रहा कि गिरते-पड़ते बांग्लादेश की टीम 111 के सम्मान जनक स्कोर तक पहुंच सकी.
पिछला वर्ल्ड कप जीता था बांग्लादेश
साल 2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को हराने वाले बांग्लादेश की इस मैच में एक भी नहीं चली. भारतीय कप्तान यश धुल ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और उनके गेंदबाजों ने कहर बरपाते हुए गतचैंपियन बांग्लादेश का काम तमाम कर डाला. बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज महफिजुल इस्लाम को रवि ने पारी के दूसरे और अपने स्पेल के पहले ओवर की तीसरे ही गेंद पर चलता कर दिया. इस तरह बांग्लादेश को पहला झटका तीन रन के स्कोर पर लगा. इसके बाद रवि रुके नहीं और एक के बाद एक करके बांग्लादेश के टॉप आर्डर के तीन बल्लेबाजों को जल्द ही पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. जिसके चलते पारी के 8वें ओवर तक बांग्लादेश के 14 रन पर तीन विकेट गिर गए थे.
विक्की ने एक ओवर में बांग्लादेश को दिया दोहरा झटका
इस तरह महज 14 रन पर ही तीन विकेट गंवाने के बाद बांग्लादेश की पारी को संभलने का मौका विक्की ओस्तवाल ने नहीं दिया. विक्की ने पारी के 15वें ओवर में दो विकेट लेकर बांग्लादेशी बल्लेबाजी की रही सही कमर तोड़ दी. जिससे एक समय 37 रन पर बांग्लादेश के 5 विकेट गिर चुके थे. इस तरह 56 रन पर 7 विकेट गिरने के बाद हालांकि 8वें विकेट के लिए महरोब(30 रन) और आशिकुर ज़मां (16 रन) के बीच 50 रन की साझेदारी हुई. जिससे बांग्लादेश की टीम 100 रन का स्कोर मुश्किल से पार कर सकी. तभी 106 रन के स्कोर पर सलामी बल्लेबाज अंग्क्रिश ने गेंदबाजी में वर्ल्ड कप का पहला विकेट महरोब के रूप में लिया और इस साझेदारी को तोड़ दिया. जिसके आगे फिर बांग्लादेश की टीम 111 रनों पर ही धाराशाई हो गई.
कौन है रवि कुमार
भारत के लिए क्वार्टरफाइनल में घातक गेंदबाजी करने वाले रवि कुमार की बात करें तो उनके पिता केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान हैं. रवि का जन्म कोलकाता में हुआ था लेकिन उनका परिवार अलीगढ़ में आकर बस गया था. जिसके चलते उन्होंने अलीगढ़ में कोच अरविंद भारद्वाज से क्रिकेट का ककहरा सीखा. इसके बाद फिर वह वापस कोलकाता लौटे और वहां पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी देवांग गांधी के सानिध्य में अपने करियर को आगे बढाया. बाएं हाथ के रवि अंडर-19 टीम इंडिया में एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जो गेंद को अंदर और बाहर दोनों तरफ मूव कराने का माद्दा रखते हैं. यही कारण है कि उनकी गेंदों के आगे बांग्लादेशी पानी मांगते नजर आए.