आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 का आगाज 30 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबले से होगा. ये दोनों टीमें ही इस बार वर्ल्ड कप की मेजबान है. भारत चौथी बार महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है. उसे अभी तक यह खिताब जीतने में सफलता नहीं मिली है. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम घरेलू हालात का फायदा लेते हुए खिताबी सूखा दूर करना चाहेगी. भारतीय टीम का हालिया प्रदर्शन भी अच्छा रहा है तो वह खिताबी रेस में शामिल है. इससे पहले जान लेते हैं कि भारत ने अभी तक खेले गए वर्ल्ड कप में किस तरह का प्रदर्शन किया. कब उसके पास खिताब जीतने का मौका था.
भारत ने 1978 से महिला वर्ल्ड कप खेलना शुरू किया है और अभी तक 10 एडिशन में हिस्सा लिया है. इस दौरान 2005 और 2017 वे एडिशन थे जिनमें भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची लेकिन दोनों ही मौकों पर हार का सामना करना पड़ा. 2005 में ऑस्ट्रेलिया से उसकी टक्कर हुई. इसमें उसे जीत के लिए 216 रन का लक्ष्य मिला. मिताली राज की कप्तानी वाली टीम इंडिया 117 रन पर ही ढेर हो गई. उसे 98 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी. 12 साल बाद 2017 में भारतीय टीम फिर से फाइनल में पहुंची. इस बार भी कप्तान मिताली राज थी. भारत को विजेता बनने के लिए 229 रन बनाने थे. उसने ओपनर पूनम राउत के 86 रन के दम पर तीन विकेट पर 191 रन बना लिए. लेकिन इस बाद 28 रन में सात विकेट गंवाए. इससे नौ रन से उसे हाल झेलनी पड़ी.
भारत ने 1997-2000 में खेले सेमीफाइनल
भारत 2005 और 2017 में फाइनल खेलने के अलावा 1997 और 2000 में सेमीफाइनल तक गया था. लेकिन दोनों ही मौकों पर हार गया. इसके अलावा 2009 में टीम तीसरे स्थान पर रही थी. 2022 में जब आखिरी बार महिला वर्ल्ड कप खेला गया था तब टीम इंडिया पांचवें पायदान पर रही. तब भी टीम इंडिया खिताब जीतने के दावेदारों में थी.
भारत का महिला वर्ल्ड कप में कैसा है जीत-हार का रिकॉर्ड
भारत ने अभी तक महिला वर्ल्ड कप में कुल 70 मुकाबले खेले हैं और 37 जीत व 31 हार उसके नाम है. जीत-हार के मामले में यह टीम ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बाद चौथे स्थान पर है.

