भारत की महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को वीमेंस वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में हराकर वर्ल्ड कप फाइनल का टिकट अपने नाम कर लिया है. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा किया. इसमें सबसे अहम योगदान जेमिमा रोड्रिग्स का रहा जिन्होंने हरमन के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह तोड़ दिया.
भारत ने ऑस्ट्रेलिया का विजयी रथ रोका, गुरूर तोड़ा, फाइनल में बनाई जगह
जीत के बाद भावुक हुईं जेमिमा
जेमिमा ने जीत के बाद कहा कि, मैं यीशु को धन्यवाद देना चाहती हूं, क्योंकि मैं यह सब अपने दम पर नहीं कर सकती थी. मैं अपनी मां, पापा और कोच को धन्यवाद देती हूं, साथ ही हर उस व्यक्ति को जो मुझ पर विश्वास करता रहा. पिछले महीना वाकई बहुत कठिन था. यह सब एक सपने जैसा लगता है और अभी तक यकीन नहीं हो रहा है.
मैच की रणनीति, मानसिक संघर्ष और जीत का श्रेय
जेमिमा ने इसपर भी खुलासा किया कि जब उन्हें ये बताया गया कि वो नंबर 3 पर बैटिंग करेंगी. इसको लेकर उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं पता था कि मैं नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाली हूं. मैं नहा रही थी और बस उन्हें कहा था कि मुझे बताना. एंट्री करने से पांच मिनट पहले मुझे बताया गया कि मैं नंबर तीन पर हूं. यह मेरे बारे में नहीं था, मैं इस मैच को भारत के लिए जीतना चाहती थी और इसे अंत तक ले जाना चाहती थी. आज मेरा अर्धशतक या शतक महत्वपूर्ण नहीं था, बल्कि भारत को जीत दिलाना था. अब तक जो कुछ भी हुआ, वह इसी के लिए एक तैयारी थी.
मुझे वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया गया था: जेमिमा
जेमिमा ने बताया कि, पिछले साल मुझे इस विश्व कप से बाहर कर दिया गया था, जबकि मैं अच्छी फॉर्म में थी. लेकिन एक के बाद एक घटनाएं होती रहीं और मैं कुछ कंट्रोल नहीं कर पाई. इस दौरे में मैंने लगभग हर दिन रोया है. मानसिक रूप से मैं अच्छी नहीं थी और चिंता से गुजर रही थी. मुझे पता था कि मुझे मैदान पर दिखना होगा और भगवान ने बाकी सब संभाल लिया. शुरू में मैं बस खेल रही थी और खुद से बातें कर रही थी.

