शेफाली वर्मा को अक्टूबर 2024 में भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था. लगातार नाकामी के चलते उनकी छुट्टी हुई थी. मगर शेफाली वर्मा महिला वर्ल्ड कप 2025 के दो सबसे अहम मुकाबलों से पहले टीम इंडिया में आ गई और उसने पहली बार वर्ल्ड कप जीतने में अहम रोल निभाया. उन्होंने फाइनल में 87 रन की पारी खेलने के साथ ही दो विकेट लिए और प्लेयर ऑफ दी मैच बनी. उन्हें प्रतिका रावल के चोटिल होने पर शामिल किया गया. इस युवा खिलाड़ी को वैसे तो जनवरी 2025 में टीम इंडिया में शामिल किया जा रहा था लेकिन सहमति नहीं बनने के चलते बाहर ही रखा गया.
शेफाली ने टीम इंडिया से बाहर होने के बाद घरेलू क्रिकेट में जाकर खेलना शुरू किया. हरियाणा की ओर से उन्होंने सीनियर वीमेंस वनडे ट्रॉफी और टी20 ट्रॉफी में कमाल का खेल दिखाया. इसके चलते जनवरी 2025 में जब हरमनप्रीत कौर को आराम दिया गया तब शेफाली को लेने की बात उठी.
शेफाली को किस वजह से नहीं किया गया सेलेक्ट
क्रिकबज़ की रिपोर्ट के अनुसार, हरमनप्रीत और भारत की उपकप्तान स्मृति मांधना ने उनकी पैरवी की. लेकिन सेलेक्शन में शामिल बाकी लोग उनके नाम पर सहमत नहीं हुए. उनका मानना था कि शेफाली को अभी लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए वनडे टीम में वापसी के लिए इंतजार करना होगा. इसी वजह से शेफाली का सेलेक्शन नहीं हो पाया. हालांकि कुछ महीनों बाद उनकी भारतीय टी20 टीम में वापसी हो गई. वे इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई.
वर्ल्ड कप स्क्वॉड सेलेक्शन में शेफाली पर किसे मिली तवज्जो
महिला वर्ल्ड कप के लिए जब टीम इंडिया को चुनने की मीटिंग हुई तब फिर से शेफाली पर बात नहीं बनी. हरमन-मांधना चाहती थी कि उन्हें लिया जाए लेकिन सेलेक्शन मीटिंग में मौजूद बाकी लोगों का मत अलग था. ऐसे में शेफाली की जगह यस्तिका भाटिया चुनी गई. बाद में जब वह चोटिल हो गई तब भी वह बाहर ही रही और असम से आने वाली उमा छेत्री को जगह दी गई. शेफाली मुख्य टीम की बजाए वॉर्म अप मैच के लिए इंडिया ए में शामिल की गई.

