स्मृति मांधना और प्रतिका रावल ने भारत के लिए वनडे में इतिहास बना दिया है. 12 अक्टूबर को दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला वर्ल्ड कप में वो साझेदारी की जिसने ऑस्ट्रेलियाई टीम को पूरी तरह बैकफुट पर ढकेल दिया. इस साझेदारी के चलते दोनों का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है. मांधना और प्रतिका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले विकेट के लिए 24.3 ओवरों में 155 रन की साझेदारी की.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ी साझेदारी
यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला विश्व कप में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी बन गई. उन्होंने 1973 के पहले विश्व कप में इंग्लैंड की ई. बेकवेल और डी. थॉमस की 101 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ा. नौवें ओवर में, जब रावल ने गार्डनर के खिलाफ एक छक्का और एक चौका लगाया, तब दोनों ने मिलकर 50 रन पूरे किए. यह उनकी 14वीं 50 से ज्यादा रनों की साझेदारी थी. यह भारत के लिए इस फॉर्मेट में दूसरी सबसे ज्यादा 50+ साझेदारियों का रिकॉर्ड है, वो भी सिर्फ 21 पारियों में.
कई रिकॉर्ड टूटे
अंजुम चोपड़ा और मिताली राज (57 पारियां) और मिताली राज और पूनम राउत (34 पारियां) की जोड़ी ने 13-13 बार 50 से ज्यादा रनों की साझेदारी की थी. मंधाना-रावल की जोड़ी अब हरमनप्रीत कौर और मिताली राज की 18 साझेदारियों (56 पारियों में) से बस थोड़ा पीछे है. 15वें ओवर में, स्कोर 73/0 था. यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला विश्व कप में भारत की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी थी, जो 2009 विश्व कप में अंजुम चोपड़ा और अनघा देशपांडे की 69 रनों की साझेदारी को पीछे छोड़ गई.
18वें ओवर में, जब साझेदारी 93 रनों पर थी, रावल का कैच छूट गया. इसके बाद दोनों ने जल्दी ही 100 रन पूरे कर लिए. यह 2025 में उनकी चौथी 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी थी. यह दूसरा सबसे अच्छा रिकॉर्ड है, जो ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क और लिसा कीटली (2000 में पांच) और न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स और राचेल प्रीस्ट (2015 में चार) से पीछे है. इसके अलावा, भारत के लिए सिर्फ मिताली राज और पूनम राउत की जोड़ी ने सात बार 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी की है (34 पारियों में). मांधना-रावल की जोड़ी 21 पारियों में छह बार ऐसा कर चुकी है और ज्यादा पीछे नहीं है.