ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में टीम इंडिया को 209 रन से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया. टीम इंडिया के लिए सबसे बुरा ये रहा कि, लगातार दूसरी बार टीम इंडिया के हाथों से WTC फाइनल निकला है. इससे पहले साल 2021 में टीम को न्यूजीलैंड ने हराया था. इस तरह भारतीय टीम 10 साल का सूखा खत्म करने से चूक गई और एक बार फिर आईसीसी ट्रॉफी जीतने का इंतजार बढ़ गया है. साल 2014 के बाद टीम 8 से 9 बार नॉकआउट स्टेज में बाहर हो चुकी है. WTC फाइनल में हार के साथ टीम इंडिया पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया.
टीम इंडिया की कटी पूरी मैच फीस
दरअसल टीम इंडिया पर स्लो ओवर रेट के चलते जुर्माना लगाया गया. टीम तय समयानुसार 5 ओवर शॉर्ट थी जबकि ऑस्ट्रेलिया 4 ओवर्स शॉर्ट था. हालांकि इन सबके बीच भारतीय खिलाड़ियों की जहां पूरी सैलरी काट ली गई. वहीं ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की 80 प्रतिशत सैलरी कटी. कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने कहा कि इतनी कड़ी पेनल्टी नहीं लगानी चाहिए थी. लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि हर टीम पर 20 रन का जुर्माना लगाना चाहिए था.
ट्विटर पर वॉन ने कहा कि, फाइन काम नहीं करते. ऐसे में बल्लेबाजी टीम को एक्स्ट्रा रन देने चाहिए. यहां 20 रन प्रति ओवर मिलने चाहिए. यानी की फील्डिंग टीम ने जितने ओवर धीमे फेंके हैं उसे उतने ओवर प्रति 20 रन जुर्माना लगना चाहिए.
मैट की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए थे और तब से ही टीम इंडिया पीछे रह गई. टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर दो बार फेल हुआ और इस तरह पहले बल्ले और फिर गेंद से ऑस्ट्रेलिया ने पूरी तरह मैच पर कब्जा जमा लिया. भारतीय टीम 20 विकेट लेने में विफल रही.
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