वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) मैच के पहले दिन से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत पर शिकंजा कस कर रखा है. अभी तक तीन दिनों का खेल समाप्त हो चुका है. जिसमें ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत पर काफी हावी नजर आ रही है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए भारत के सामने पहली पारी में 469 रनों का स्कोर बनाया. इसके बाद टीम इंडिया ने अजिंक्य रहाणे की 89 रनों की पारी से दूसरी पारी में 296 रन बनाए. जिससे भारतीय टीम 173 रन पीछे रही. लेकिन तीसरे दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 123 रन बना लिए थे और उसकी कुल बढ़त 296 रनों की हो गई थी. जिसके बाद अब अगर टीम इंडिया को ओवल के मैदान में चैंपियन बनना है तो इस मैदान पर वैसा करिश्माई प्रदर्शन करना होगा. जो कोई भी टीम ओवल में अभी तक नहीं कर सकी है.
263 रन सबसे अधिक हुए चेज
ओवल के मैदान से सामने आने वाले रिकॉर्ड पर नजर डालें तो साल 1902 में इस मैदान पर इतिहास रचा गया था. ओवल के मैदान में इंग्लैंड ने सबसे अधिक 263 रनों का चेज करते हुए जीत हासिल की थी. यही 263 रनों का सबसे अधिक स्कोर है, जो ओवल के मैदान में अभी तक चेज किया जा सका है. जिसमें इंग्लैंड ने एक विकेट से जीत अपने नाम की थी. वहीं किसी विदेशी टीम की बात करें तो ओवल के मैदान में सबसे अधिक रनों के चेज का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है. वेस्टइंडीज ने इस मैदान पर 1963 में इंग्लैंड के खिलाफ 255 रनों का चेज सिर्फ दो विकेट खोकर हासिल किया था.
1979 में गावस्कर ने जड़ा था दोहरा
ऑस्ट्रेलियाई टीम खबर लिखे जाने तक 350 से अधिक रनों की लीड हासिल कर चुकी है. इस तरह भारत को अगर ओवल में जीत हासिल करनी है तो 1979 में सुनील गावस्कर की खेली गई पारी से प्रेरणा लेनी होगी. इंग्लैंड के खिलाफ गावस्कर ने साल 1979 में चौथी पारी में बल्लेबाजी करते हुए 221 रनों की पारी खेली थी. उस समय भारत को 438 रनों का विशाल स्कोर मिला था. लेकिन टीम इंडिया 8 विकेट पर 429 रन ही बना सकी थी और मैच बराबरी पर समाप्त हुआ था. अब भारत को अगर ओवल में इतिहास रचना है तो कुछ इसी तरह का खेल दिखाना होगा.