पिछले कई महीने से क्रिकेट से दूर रहने के बाद 33 साल के ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज निक मैडिन्सन ने हाल में टेस्टिकुलर कैंसर से अपनी लड़ाई का खुलासा किया और जल्द ही मैदान पर वापसी की योजना बनाई है. 12 साल पहले भारत के खिलाफ टी20 मैच में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाले मैडिन्सन 2016 के बाद से ही ऑस्ट्रेलिया टीम से बाहर हैं. ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने अपना पिछला मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में टी20 मैच खेला था.
जब मुझे पता चला कि मुझे कीमोथेरेपी करवानी होगी, तो इससे निपटना बहुत कठिन था. यह मेरे पेट के लिम्फ नोड्स और फेफड़ों तक फैल गया था. यह एक ऐसा हिस्सा था जहां यह काफी डरावना था.
रातभर जागते रहते थे मैडिन्सन
मैडिन्सन भी लगभग उसी समय अपनी पत्नी बियांका के साथ दूसरे बच्चे की उम्मीद कर रहे थे और उनका दूसरा बच्चा वाइल्डर का जन्म हाल में हुआ.
दूसरे या तीसरे सप्ताह तक मेरे सारे बाल झड़ गए थे. मैं काफी सामान्य महसूस कर रहा था. मैं साइड इफेक्ट्स से निपटने के लिए तरह-तरह के स्टेरॉयड ले रहा था, लेकिन वे मुझे रात भर जगाए रखते थे.मैं लगभग एक बजे तक सोता था, लेकिन कभी-कभी मैं सुबह 6 बजे तक जागता रहता था. मुझे यह मुश्किल लग रहा था. मैं बहुत थक गया था और मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मुझे 24/7 सोना ही है.
जुलाई में कीमोथेरेपी प्रक्रिया समाप्त होने के साथ सभी फॉर्मेट में 10,000 से अधिक रन बनाने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ओलिंपिक पार्क स्थित एनएसडब्ल्यू हेडक्वार्टर में प्रशिक्षण के लिए वापसी की. सितंबर में यह अच्छी खबर आई कि वह कैंसर मुक्त हो गए हैं, लेकिन मैडिन्सन ने कहा कि यह जानकर उन्हें बहुत डर लगा कि यह बीमारी कुछ ही समय में उनके शरीर के कई हिस्सों में फैल गई थी.
निक मैडिन्सन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कब डेब्यू किया था?
निक मैडिन्सन ने साल 2013 में भारत के खिलाफ राजकोट में टी20 मैच से इंटरनेशरनल किकेट में कदम रखा था.