रोहित को आराम दिया गया या ड्रॉप किया गया, आंकड़ों से समझ जाएंगे सबकुछ
रोहित शर्मा को सिडनी टेस्ट से उनकी खराब फॉर्म के चलते उन्हें ड्रॉप कर दिया. रोहित लगातार फ्लॉप हो रहे हैं. वहीं उनकी कप्तानी में टीम जीत नहीं पा रही है.

सिडनी टेस्ट के पहले दिन टॉस से ठीक पहले जब फैंस को ये पता चला कि रोहित शर्मा टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं और प्लेइंग 11 में शामिल नहीं हैं तो फैंस के पूरी तरह होश उड़ गए.

रोहित के लिए बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी बुरी तरह फ्लॉप रहे. बुमराह की कप्तानी में पर्थ टेस्ट में टीम ने जीत हासिल की लेकिन रोहित की कप्तानी में टीम हारी. वहीं उनका बल्ला भी फ्लॉप रहा.

6 महीने भारत को साल 2007 के बाद टी20 वर्ल्ड कप खिताब जिताने वाले कप्तान प्लेइंग 11 से बाहर था. ये वही रोहित शर्मा हैं जो टीम को वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचा चुके हैं.

50 सालों में पहली बार ऐसा हुआ जब खराब फॉर्म के चलते एक कप्तान को उसी की टीम से बाहर कर दिया गया.

साल 2024-25 रोहित शर्मा के टेस्ट करियर के लिए बेहद बुरा साल रहा. रोहित ने 8 टेस्ट की 15 पारी में 10.93 की औसत के साथ सिर्फ 164 रन ठोके.

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के आने के बाद रोहित भारत के बेस्ट बैटर रहे हैं. सा 2019 से लेकर साल 2024 के बीच के महीनों तक रोहित भारत की तरफ से टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. रोहित ने 50.03 की औसत से कुल 2552 रन ठोके थे.

रोहित की कप्तानी में जब न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम को 0-3 से हार मिली थी तब रोहित ने 12 साल में एक बार होता है वाला बयान दिया था और तब से रोहित फैंस की नजरों में चढ़े हुए हैं.