1141 गेंद में हारी टीम इंडिया तो सिडनी के मैदान में बने ये 5 बड़े रिकॉर्ड, भारत के साथ पहली बार हुआ ऐसा
ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से 10 साल बाद पहली बार बॉर्डर गावस्कर ट्राफी पर कब्जा जमाया और इसके साथ ही सिडनी में बड़े रिकॉर्ड बने.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मुकाबला सिडनी के मैदान में खेला गया और इस मुकाबले के तीसरे दिन ही भारत को छह विकेट से करारी हार मिली.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी टेस्ट मैच सिर्फ तीन दिन तक ही चल सका और टीम इंडिया को 162 रन का लक्ष्य देने के बाद हार मिली. जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से 10 साल बाद पहली बार बॉर्डर गावस्कर ट्राफी पर कब्जा जमाया और इसके साथ ही सिडनी में बड़े रिकॉर्ड बने.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी टेस्ट मैच में तीन दिन तक 1141 गेंद ही फेंकी जा सकी और मैच समाप्त हो गया. जिससे ये सिडनी में तीसरा सबसे कम गेंद में समाप्त होने वाला टेस्ट मैच बना और 1888 के बाद सिडनी में कोई टेस्ट इतनी जल्दी समाप्त हुआ.

टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने सिडनी के मैदान में 673 गेंदें खेलीं, जो कि सिडनी के मैदान में टीम इंडिया द्वारा खेली गई सबसे कम बॉल है. इससे पहले 1981 में भारत ने सिडनी टेस्ट में 692 गेंदें खेलीं थीं.

162 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया का रन रेट 6.00 का रहा, जो कि ऑस्ट्रेलियाई धरती पर किसी टीम का 150 या उससे ज़्यादा रन के लक्ष्य का टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज रन चेज रहा.

टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ़ स्कॉट बोलैंड का गेंदबाज़ी औसत 16 रहा, जो कि इस सदी में टीम इंडिया के खिलाफ़ किसी भी गेंदबाज़ का सबसे कम (न्यूनतम 15 विकेट) है. बोलैंड 2003 के बाद से सिडनी में दस विकेट लेने वाले पहले तेज़ गेंदबाज़ भी बन गए.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान 7 बार टीम इंडिया इस सीरीज में 200 से अधिक का स्कोर बनाने में नाकामयाब रही. साल 2000-01 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेस्टइंडीज का भी ऐसा ही हाल हुआ था और उसके साथ अब टीम इंडिया का नाम भी जुड़ गया है.