ऑस्ट्रेलिया पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच एंड्रयू मैक्डॉनल्ड का करार 2027 तक बढ़ा दिया गया है. इसके तहत वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अगली साइकल और 2027 वर्ल्ड कप तक टीम के साथ रहेंगे. मैक्डॉनल्ड को 2022 में कोच बनाया गया था और चार साल के लिए जिम्मेदारी दी गई थी. इसके तहत उनके पास 2026 टी20 वर्ल्ड कप तक का कार्यकाल था. लेकिन अब एक साल ज्यादा इस पद पर रहेंगे.
ऑस्ट्रेलिया का 2027 का कार्यकाल काफी व्यस्त रहने वाला है. तब टीम को दिसंबर-जनवरी में न्यूजीलैंड से चार टेस्ट खेलने हैं. फिर भारत के साथ जनवरी-फरवरी में पांच टेस्ट की सीरीज है. इसके बाद इंग्लैंड के साथ घर पर मार्च में उसका एक टेस्ट है. यह मैच टेस्ट क्रिकेट की 150वीं एनवर्सरी के रूप में खेला जाएगा. 2027 में उनकी बांग्लादेश के साथ एक घरेलू सीरीज भी है लेकिन संभावना है कि यह आगे खिसकाई जा सकती है. जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल है और इसके बाद पांच टेस्ट की एशेज सीरीज है. अक्टूबर-नवंबर में साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की मेजबानी में 50 ओवर का वर्ल्ड कप खेला जाएगा.
मैक्डॉनल्ड का कार्यकाल अगर 2026 टी20 वर्ल्ड कप के बाद आगे नहीं बढ़ाया जाता तब ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अगले एक साल में मैनेज करना काफी मुश्किल भरा होता है. अभी मैक्डॉनल्ड के साथ माइकल डी वेनुटो, डेनियल वेटोरी और आंद्रे बोरोवेक के रूप में तीन असिस्टेंट कोच हैं. इन तीनों ने पिछले दो साल में अलग-अलग समय पर वनडे-टी20 सीरीज के दौरान कोचिंग का जिम्मा संभाला है.
मैकडॉनल्ड जब मुख्य कोच बने थे तब टीम और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया संकट में थे. जस्टिन लैंगर तनाव भरे माहौल में अलग हुए थे. वे आगे पद पर रहना चाहते थे लेकिन टीम के कई खिलाड़ी उनके खिलाफ थे. उनके कार्यकाल में टीम ने 2021 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था. मैक्डॉनल्ड के आने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया को कामयाबी मिली है. उसने पहले भारत को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीती. कुछ महीनों बाद भारत को फिर से हराकर वनडे वर्ल्ड कप भी अपने नाम किया.
अब ऑस्ट्रेलिया लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की रेस में काफी आगे है. ऐसे में उसके पास यह खिताब बचाने का मौका रहेगा. इससे पहले उसे घर पर भारत का पांच टेस्ट की सीरीज में सामना करना है. 2014-15 के बाद से ऑस्ट्रेलिया इस टीम के खिलाफ घर पर लगातार दो बार सीरीज गंवा चुका है.