Exclusive: रोहित शर्मा को ड्रॉप करना सही था या गलत? सुनील गावस्कर ने दे दिया फाइनल जवाब, कहा- अब सेलेक्टर्स...

Exclusive: रोहित शर्मा को ड्रॉप करना सही था या गलत? सुनील गावस्कर ने दे दिया फाइनल जवाब, कहा- अब सेलेक्टर्स...
आउट होने के बाद मैदान से बाहर जाते रोहित शर्मा

Highlights:

सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा को लेकर बड़ा बयान दिया

गावस्कर ने कहा कि रोहित सेलेक्टर्स की प्लान का हिस्सा नहीं हैं

रोहित अगला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल भी नहीं खेलेंगे

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है और चिंता व्यक्त की है. गावस्कर का मानना ​​है कि 37 साल की उम्र में रोहित भारत की वर्तमान टीम में फिट नहीं बैठते हैं. 2027 के समाप्त होने तक, रोहित 41 साल के हो जाएंगे, जिससे खिलाड़ी और कप्तान के रूप में उनका शामिल होना असंभव हो जाएगा. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और चयनकर्ता अगले WTC चरण के लिए युवा खिलाड़ियों पर फोकस करेंगे. इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में बोलते हुए गावस्कर ने सुझाव दिया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रहे सिडनी टेस्ट के दौरान रोहित की अनुपस्थिति इस तरह के बदलाव का संकेत है. 

सेलेक्टर्स के प्लान का हिस्सा नहीं हैं रोहित: गावस्कर

भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी होगी. अगर भारत SCG टेस्ट हार जाता है, तो यह अगले WTC चक्र में टीम का नेतृत्व करने के लिए एक नए कप्तान को तैयार करने के बारे में चर्चा को तेज कर सकता है. गावस्कर ने कहा कि, "मुझे लगता है कि, चूंकि नया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र जुलाई से शुरू होता है. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के बाद आगे कोई सीरीज नहीं है. अगर भारत WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं करता है तो चयन समिति न केवल रोहित शर्मा, बल्कि कुछ अन्य पर भी विचार करना चाहेगी. यहां सवाल यही है कि क्या रोहित अगले दो साल तक उपलब्ध रह पाएंगे. ऐसे में सेलेक्टर्स यही सोच रहे हैं. और इसलिए मुझे लगता है कि शायद रोहित शर्मा, लगभग 38 वर्षीय होने के कारण, उनकी योजनाओं में फिट नहीं होंगे क्योंकि तब वह 40 वर्ष के हो जाएंगे.''

बता दें कि सिडनी टेस्ट की शुरुआत नाटकीय ढंग से हुई क्योंकि रोहित शर्मा को "आराम" दिया गया, जिससे जसप्रीत बुमराह को स्टैंड-इन कप्तान के रूप में पदभार संभालने का मौका मिला. इस फैसले ने रोहित के हालिया फॉर्म और कप्तानी को लेकर अटकलें तेज कर दी हैं. विवादों के बावजूद, बुमराह टॉस के समय रोहित के साथ खड़े रहे और बाहर बैठने के लिए उनकी तारीफ की. बुमराह ने रोहित को "हमारा कप्तान" कहा और इस बात पर प्रकाश डाला कि यह कदम टीम के हित में था.

हालांकि, पहले दिन भारत की बल्लेबाजी में लगातार संघर्ष की झलक देखने को मिली. ऑस्ट्रेलिया के सीम अटैक के सामने टीम मात्र 185 रन पर आउट हो गई. विराट कोहली 69 गेंदों पर केवल 17 रन ही बना सके. बुमराह ने कप्तान और गेंदबाज दोनों की भूमिका निभाते हुए दिन के अंत में जोश भरा. उन्होंने खराब फॉर्म में चल रहे उस्मान ख्वाजा को 2 रन पर आउट कर भारत को उम्मीद की किरण दिखाई. हालांकि इस बीच बुमराह की टक्कर सैम कोंस्टस से भी हुई. 

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