Rohit Sharma Batting: 'बहुत ही बेकार...', रोहित शर्मा की बैटिंग और कप्तानी की टीम इंडिया के पूर्व सेलेक्टर ने उड़ाई धज्जियां, टीम का खेल बिगाड़ने का ठहराया दोषी

Rohit Sharma Batting: 'बहुत ही बेकार...', रोहित शर्मा की बैटिंग और कप्तानी की टीम इंडिया के पूर्व सेलेक्टर ने उड़ाई धज्जियां, टीम का खेल बिगाड़ने का ठहराया दोषी

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रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक बार दहाई का आंकड़ा छू सके हैं.

रोहित शर्मा दो टेस्ट में मिडिल ऑर्डर में खेलने के बाद मेलबर्न में ओपन करने उतरे.

रोहित शर्मा पहले टेस्ट में पैटरनिटी लीव के चलते नहीं खेल सके थे.

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में बुरी तरह संघर्ष कर रहे हैं. यह बल्लेबाज चार पारियों में से केवल एक में दहाई का आंकड़ा पार कर सका है और 10 रन उनका सर्वोच्च स्कोर है. वे दूसरे और तीसरे टेस्ट में मिडिल ऑर्डर में खेले थे. मेलबर्न टेस्ट में वे ओपनिंग में लौट आए लेकिन उनके रन नहीं आए. भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और चीफ सेलेक्टर रहे एमएसके प्रसाद ने मेलबर्न टेस्ट में कमेंट्री के दौरान रोहित की खूब खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि यह दिग्गज बल्लेबाज रनों के लिए जूझ रहा है और इसका असर टीम के खेल पर भी पड़ रहा है. वे अभी बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों ही मोर्चों पर नाकाम हो रहे हैं.

रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में तीन रन बनाकर आउट पैट कमिंस के शिकार बने. वे कमजोर शॉट खेलते हुए आउट जिसकी सभी ने आलोचना की. इससे पहले दूसरे दिन के खेल की शुरुआत में भारत ने ढीली बॉलिंग की जिससे ऑस्ट्रेलिया छह विकेट पर 311 के स्कोर से 474 रन तक पहुंच गई. एमएसके प्रसाद ने तब रोहित के खेल की कमियां गिनाईं. उन्होंने कहा,

इस सीरीज में आने से पहले हमारी न्यूजीलैंड के साथ तीन मैच की सीरीज थी. वह बहुत ही बेकार रही. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि हमने तीन लगातार मैच गंवाए और रोहित पूरी तरह से चूके हुए दिखे. सीरीज में उनके नाम न के बराबर रन थे. और यहां वह पहले टेस्ट में नहीं खेले.(जसप्रीत) बुमराह ने बहुत अच्छी तरह से टीम की कप्तानी की. इसलिए वह (रोहित) लगातार नाकाम रहते हुए वह यहां आए.

एमएसके प्रसाद बोले- रोहित बैटिंग-कप्तानी दोनों में जूझ रहे

 

रोहित ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अभी तक चार पारियों में केवल 19 रन बना सके हैं. कप्तानी में भी देखा गया है कि वह मैदान पर काफी सुस्त रहते हैं और क्रिएटिव नहीं कर पा रहे. प्रसाद ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि इसका सीधा असर पड़ा है. अगर कप्तान इस तरह की फॉर्म में आता है तो इसका टीम पर सीधा असर पड़ता है. और वह नाकामी की एक सीरीज के बाद आया और जिस तरह से उसने टीम को संभाला है उसमें यह दिखा है. वह कई मौकों पर एक्टिव नहीं दिखा. अगर आप देखेंगे कि इस टेस्ट में उसने तब मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह से लगातार 11 ओवर कराए जब सैम (कोंस्टस) ताबड़तोड़ खेल रहा था. उसकी कप्तानी के साथ यह चीज रही है. वह बैटिंग और कप्तानी दोनों में जूझ रहा है.'