सैम कोंस्टस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए धमाकेदार टेस्ट डेब्यू किया है. इस बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजी अटैक का मजाक बना दिया. इसका नतीजा ये रहा कि कोंस्टस ने 65 गेंदों पर 60 रन की पारी खेली. कोंस्टस की पारी की सबसे अहम बात ये रही कि इस बल्लेबाज ने सबसे अनुभवी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को अटैक करने के लिए बेहद अलग शॉट्स का चुनाव किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोंस्टस को क्रिकेटर बनाने के पीछे मशीन की गलती है.
मशीन की गलती के चलते कोंस्टस बना क्रिकेटर
कोंस्टस के भाई बिली एक फिजियोथेरेपिस्ट हैं. ऐसे में उन्होंने कोंस्टस को लेकर अहम खुलासा किया है और कहा है कि हमारे पिता ने उनमें बचपन में ही क्रिकेटर वाला टैलेंट देख लिया था. बिली ने बताया कि, हम छोटे बच्चे थे और पहली बार हमारे पिता हमें बॉलिंग मशीन के पास लेकर गए. वो चाहते थे कि भाई छोटी उम्र से ही तेज गेंद खेलने की आदत डाल ले. पिता जब बॉलिंग मशीन को कोंस्टस को सामने लेकर आए तब उन्होंने 90 किमी की जगह मशीन की स्पीड 90 माइल्स प्रति घंटे सेट कर दी.
कोंस्टस के भाई ने आगे कहा कि, मेरे पिता ने मशीन में गलत जानकारी डाल दी और मेरे भाई ने सीधे गेंद मार दी. उस दौरान उसकी उम्र 5 या 6 साल थी. और तब से ही वो क्रिकेटर बनना चाहता था. ऐसे में ये सपना सच हुआ और मैं काफी खुशनसीब हूं कि मेरा भाई आज यहां है.
बता दें कि कोंस्टस की आक्रामक पारी का ये नतीजा रहा कि बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन टीम ने 6 विकेट गंवा कुल 311 रन ठोक दिए हैं. ऐसे में बिली ने कोंस्टस को लेकर आगे कहा कि, उसे खुद पर भरोसा था कि वो डेब्यू पर अच्छा स्कोर बनाएगा. बिली ने आगे बताया कि, मैं फिजियो हूं और मैच से पहले मुझसे वो मिला था और उसने मसाज की गुहार लगाई थी. मैंने उस दौरान उससे पूछा था कि वो कितने रन बनाएगा. इस दौरान उसने मुझे कहा था कि, चिंता मत कर मैं रन बनाऊंगा. वो काफी रिलैक्स नजर आ रहा था.
बता दें कि कोंस्टस ने अपनी पारी में कई पूर्व क्रिकेटर्स को हैरान कर दिया. वहीं टीम इंडिया को भी अब पता चल चुका है कि अगर इस बल्लेबाज का सीरीज की बची हुई तीन पारियों में सामना करना है तो कुछ अलग करना होगा.
ये भी पढ़ें: