IND vs AUS: पर्थ से टीम इंडिया के लिए खुशखबरी! बारिश ने कम की ऑस्ट्रेलिया की ताकत, जानिए कैसे भारतीय खिलाड़ियों की होगी मौज

IND vs AUS: पर्थ से टीम इंडिया के लिए खुशखबरी! बारिश ने कम की ऑस्ट्रेलिया की ताकत, जानिए कैसे भारतीय खिलाड़ियों की होगी मौज
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की पिच काफी उछाल वाली होती है.

Highlights:

भारत और ऑस्ट्रेलिया का पहला टेस्ट ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा.

ऑप्टस स्टेडियम की पिच से काफी उछाल मिलती है.

भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में 8 MM घास रह सकती है.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा. इस मैदान की पिच गेंदबाजों की मददगार रहती है और बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी करती है. लेकिन पर्थ में बेमौसम बारिश ने माहौल बिगाड़ दिया है. यहां पिछले कुछ दिन से बारिश हो रही है. 19 नवंबर को बारिश हुई जिससे पिच पूरे दिन ढकी रही. इससे क्यूरेटर्स को तैयारी के लिए समय नहीं मिल सका. मैच के दिन पर पिच में नमी बनी रहने की उम्मीद है जिससे टेस्ट के पांच दिन इसके टूटने की संभावना नहीं है. ऐसा होता है तो भारतीय टीम के अच्छी खबर है क्योंकि तब उसके बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए मौका मिलेगा. 

ऑप्टस स्टेडियम की पिच अपनी रफ्तार और उछाल के लिए मशहूर हैं. सूखे हालात में बनने वाली दरारों से तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती है. ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच साल 2023 में हुए टेस्ट में ऐसा ही देखने को मिला था. तब ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 89 रन पर सिमट गई थी और उसे हार झेलनी पड़ी. ऑप्टस स्टेडियम में अभी तक चार टेस्ट हुए हैं और चारों ही ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं. मुख्य क्यूरेटर इसाक मैक्डॉनल्ड ने 20 नवंबर को कहा कि पर्थ में बेमौसम की बारिश से पहले टेस्ट की पिच की तैयारी पर असर पड़ा है. इससे पिच पर  ‘घुमावदार दरारें’ बनने की उम्मीद नहीं है लेकिन काफी उछाल मिलेगा.

भारत-ऑस्ट्रेलिया में पिच पर कितनी घास होगी?

 

मौसम विभाग ने 22 नवंबर के बाद से आसमान साफ रहने की भविष्यवाणी की है लेकिन तापमान बढ़ सकता है. मैक्डॉनल्ड ने जल्दी से धूप खिलने की उम्मीद जताई ताकि पर्थ की पारंपरिक पिच तैयार की जा सके. पाकिस्तान ने हाल ही में एक वनडे में ऑस्ट्रेलिया को यहां 140 रन पर आउट किया था. तब पिच पर चार एमएम घास थी लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के दौरान यह दुगुनी हो सकती है. मैक्डॉनल्ड ने कहा, ‘पिछली बार घास आठ से 10 एमएम थी. हम अपनी क्यूरेटर टीम से बात कर रहे हैं कि क्या हो सकता है. यह तय है कि पिच में अच्छी रफ्तार और उछाल होगी.’