विराट कोहली को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन सैम कोंस्टस से टकराने के चलते मैच फीस का 20 प्रतिशत गंवाना पड़ा. साथ ही एक डीमेरिट अंक भी झेलना पड़ा. मैच रैफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने पहले दिन के खेल के बाद आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के तहत यह सजा सुनाई. पहले माना जा रहा था कि विराट कोहली को लेवल दो के तहत सजा मिल सकती है. अगर ऐसा होता तो उन्हें तीन से चार डीमेरिट पॉइंट मिलते और वे बैन हो सकते थे. इस बीच पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने बता दिया था कि किस वजह से कोहली को कम सजा मिल सकती है.
लगता है कि मैच रैफरी ने फैसला देने के दौरान इसी पहलू को ध्यान में रखा. उन्होंने कोहली को गंभीर सजा नहीं दी.
साइमन टॉफेल ने माना कोहली ने रास्ता बदला
हालांकि साइमन टॉफेल ने बाद में दूसरे एंगल से घटना को देखने के बाद कहा था कि कोहली का अपना रास्ता बदलना आईसीसी की आचार संहिता के तहत गलत तरीके से शारीरिक संपर्क के दायरे में आ सकता है. उन्होंने कहा, 'डायरेक्टर ने जो दूरी वाला दृश्य दिखाया है वह काफी दिलचस्प है क्योंकि इसमें दिखता है कि विराट कोहली ने सैम कोंस्टस के पास जाने के लिए अपना रास्ता बदला. अब आईसीसी आचार संहिता में धारा है जो गलत तरीके से शारीरिक संपर्क की बात करती है और इसी धारा को अंपायर्स व रैफरी देखेंगे. दिन के आखिर में वे पता करेंगे कि कोहली की प्रतिक्रिया उस कैटेगरी में आती है या नहीं और मेरा सुझाव होगा कि वे इस मामले को गंभीरता से देखेंगे.'
विराट कोहली-सैम कॉनस्टास में कैसे हुई टक्कर
कोहली और कोंस्टस के बीच टकराव ऑस्ट्रेलियाई पारी के 10वें ओवर के बाद हुआ. तब कोंस्टस आक्रामक तरीके से खेल रहे थे और उन्होंने जसप्रीत बुमराह को रैंप व रिवर्स स्कूप के जरिए चौके-छक्के लगाए. 11वें ओवर से पहले जब बल्लेबाजों के छोर बदल रहे थे तब कोहली और कोंस्टस की टक्कर हुई. दोनों में जुबानी जंग भी देखने को मिली. रिकी पोंटिंग, रवि शास्त्री, एलिसा हीली, माइकल वॉन जैसे दिग्गजों ने इस घटना के लिए कोहली को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि ऐसा करने की जरूरत नहीं थी.