विराट कोहली चौथी बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट दौरे पर हैं. 2011 में यहां पर एडिलेड टेस्ट में शतक लगाकर उन्होंने दिखाया था कि आने वाला समय उन्हीं का होगा. इसके बाद हर दौरे के साथ उनकी छवि ऑस्ट्रेलिया में मजबूत होती गई. लेकिन 2020-21 के दौरे पर उनकी कप्तानी में टीम इंडिया 36 रन पर सिमटी और अब वे कप्तानी भी छोड़ चुके हैं. इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का कहना है कि यह विराट कोहली का आखिरी ऑस्ट्रेलिया दौरा हो सकता है. उनका कहना है कि भारतीय पूर्व कप्तान को इस दौरे पर काफी कुछ साबित करना होगा.
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 25 टेस्ट खेले हैं और इनमें 47.49 की औसत से 2042 रन बनाए हैं. उनकी टेस्ट कप्तानी का आगाज 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही हुआ था. इसके बाद 2018-19 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया. तब भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में हराया था.
वॉन ने कोहली के बारे में The Telegraph अखबार में अपने कॉलम में लिखा, 'भारत के लिए कोहली का निश्चित रूप से यह आखिरी ऑस्ट्रेलिया दौरा है और वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी सीरीज खेल रहा है. इस प्रतिस्पर्धा का वह बड़ा हिस्सा रहा है. उसने 2014 में हार के दौरान चार शतक लगाए थे फिर 2018-19 में कप्तानी करते हुए जीत दिलाई. पिछले दौरे पर पेटरनिटी लीव के चलते उसे घर जाना पड़ा लेकिन टीम ने सीरीज जीती थी.'
वॉन बोले- कोहली को खुद को साबित करना होगा
कोहली का ऑस्ट्रेलियाई धरती पर गजब का रिकॉर्ड है, उन्होंने यहां पर 13 टेस्ट खेले हैं जिनमें 54.08 की औसत से 1352 रन बनाए हैं. छह शतक और चार अर्धशतक उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर लगाए हैं. भारत के बाहर इसी देश में उनका सबसे अच्छा टेस्ट रिकॉर्ड है. वॉन ने आगे लिखा, 'कोहली को टेस्ट क्रिकेट में खराब दौर के बाद काफी कुछ साबित करना है लेकिन उसे यहां के हालात पसंद है. मुझे अच्छा लगेगा अगर वह खेल में थोड़ी गर्जना लेकर आए. जब वह किसी से भिड़ता है तो बेहतर खिलाड़ी होता है और जब आप कप्तान होते हैं तब ऐसा करना आसान होता और टीम के लिए आप टोन सेट कर देते हैं. जब आप किसी टीम में केवल सदस्य होते हैं तब ड्राम और टकराहट करना मुश्किल हो जाता है.'