रोहित शर्मा खराब दौर से गुजर रहे हैं. मेलबर्न टेस्ट की दोनों पारियों में भी उनका बल्ला नहीं चल रहा. जिस वजह से टीम इंडिया को 184 रन से हार का सामना करना पड़ा. मेलबर्न टेस्ट में हार के साथ ही भारतीय टीम बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 से पिछड़ गई है.रोहित शर्मा को बल्ले और कप्तानी के मोर्चे पर टीम के खराब नतीजों के बाद खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट को अलविदा कहने की मांग की जा रही है. रोहित की कप्तानी में भारत पिछले छह टेस्ट मैचों में जीत दर्ज नहीं कर पाया है. एडिलेड और मेलबर्न में हार से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर उसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. भारतीय टीम गाबा टेस्ट में भी दबाव में थी,जो बारिश के प्रभावित होने के कारण ड्रॉ रहा.
पर्थ टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की कप्तानी की थी और भारत ने उनकी कप्तानी में 295 रन से जीत हासिल की थी. दूसरे बच्चे के जन्म के कारण रोहित पर्थ टेस्ट नहीं खेल पाए थे.उन्होंने एडिलेड टेस्ट में वापसी की थी, मगर वो इसके बाद पांच पारियों में सिर्फ 31 रन ही बना पाए. सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज शुरू होने से रोहित ने 15 पारियों में 10.93 की औसत से सिर्फ 164 रन बनाए. रोहित के इस फॉर्म को देखते हुए ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि मेलबर्न टेस्ट रोहित का भारत के लिए आखिरी टेस्ट हो सकता है. हालांकि अब आई एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने अपने रिटायरमेंट की तारीख तय कर ली है.
रोहित ने बनाया संन्यास का मन
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार भारतीय कप्तान ने सिडनी टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है. ऐसे में उन्होंने इस टेस्ट को जीतने की तैयारी शुरू कर दी है. मेलबर्न टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी रोहित ने कहा था कि उन्हें कुछ चीजों पर गौर करने की जरूरत है.उन्होंने कहा था -
ज्यादा समय नहीं है. लेकिन हम हार नहीं मानना चाहते और यह तय करेंगे कि जब हम सिडनी पहुंचे तब सब कुछ हमारे पक्ष में करने के लिए पूरी कोशिश करें.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीसीसीआई के टॉप अधिकारियों और चयनकर्ताओं के बीच रिटायरमेंट को लेकर चर्चा चल रही है. हालांकि अगर भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जगह बनाने में सफल होता है तो रोहित चयनकर्ताओं को फाइनल में खेलने के लिए मना सकते हैं. भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहा है. उनके फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं खतरे में हैं और अब यह उनके हाथ में नहीं है. दो बार की रनरअप टीम इंडिया को अब हर हाल में सिडनी टेस्ट जीतने की जरूरत है और क्वालीफाई करने के लिए श्रीलंका से मदद की उम्मीद करनी होगी.
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