ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टस ने भारत के खिलाफ सीरीज से टेस्ट डेब्यू किया. मेलबर्न में उन्होंने डेब्यू किया था और पहले टेस्ट से ही असरदार साबित हुए. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के खत्म होने तक कोंस्टस का नाम सभी क्रिकेटप्रेमियों की जबान पर था. इस सीरीज के दौरान उनके बर्ताव की आलोचना हुई तो कई लोगों ने उन्हें साहसी भी कहा. डेब्यू में ही विराट कोहली ने उन्हें कंधा मारा था. इस दौरान कोंस्टस ने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के सामने रैंप शॉट खेले थे. इसके जरिए चौके-छक्के बटोरे थे. हालांकि सिडनी में बुमराह के साथ बेमतलब की बहस के चलते उनकी खिंचाई हुई थी. अब कोंस्टस ने एक इंटरव्यू में बताया कि लोग उन्हें घमंडी मानते हैं लेकिन वह अपने खेल पर भरोसा करते हैं.
कोंस्टस ने 7NEWS को दिए इंटरव्यू में टेस्ट डेब्यू और अपने बर्ताव के बारे में कहा, 'यह देखना रोचक है कि लोग किस तरह से मुझे मैदान पर देखते हैं. कुछ को मैं घमंडी लगता हूं लेकिन मुझे महसूस होता है कि मैं काफी आत्मविश्वासी हूं और अपनी योग्यता पर भरोसा करता हूं. निश्चित रूप से देश के लिए खेलना सपना सच होने जैसा है. नेशनल एंथम गाना, पैट कमिंस, स्टीव स्मिथ को देखकर मुझे भरोसा नहीं हो रहा था.'
सैम कोंस्टस ने विराट कोहली के कंधा मारने पर क्या कहा
कोंस्टस ने कोहली के कंधा मारने की घटना पर बात की. उन्होंने कहा, 'नहीं, मुझे कोई अफसोस नहीं है. मैं उस घटना के साथ जीना चाहूंगा और यह काफी स्पेशल था. मैंने कई बार उस वीडियो को देखा. मैं झूठ नहीं कह रहा. नेट्स में जाते हुए छोटे बच्चे फोटो के लिए आते हैं, मुझे ऑटोग्राफ देने में खुशी होती है, क्रिकेट से अलग समय बिताता हूं क्योंकि मैं उनमें से ही एक हूं.'
कोंस्टस टेस्ट डेब्यू पर क्या सोच रहे थे
इस युवा खिलाड़ी ने मेलबर्न में डेब्यू से पहले नाथन लायन के साथ बातचीत के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, 'मैं साथियों से कहा कि यह एक और ग्रेड गेम होगा. मैं नाथन लायन से ऐसा कहा और उन्होंने कहा कि दोस्त कौन हो यार तुम. लेकिन मेरे लिए यह दिखाने का एक मौका था कि मेरे पास क्या है.'
कोंस्टस का क्या सपना है
कोंस्टस ने बताया कि वे खुद को किस तरह से याद किया जाना पसंद करेंगे. 'लोग मुझे मैसेज करें और कहे कि मैं तुम्हारी वजह से फिर से क्रिकेट देख रहा हूं. अगर लोग मुझसे यह कहते हैं तो मुझे बहुत खुशी होगी. मैं दुनिया का बेस्ट प्लेयर बनना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि सभी सैम कोंस्टस को उसी तरह से याद करें जैसे वह मैदान के अंदर और बाहर है. तो उम्मीद है कि यह सच होगा.'
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