भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली के भविष्य के बारे में खुलकर बात की है. कोहली का ऑस्ट्रेलिया दौरा निराशाजनक रहा, जिसमें उनके बल्ले से सिर्फ एक बार शतक निकला जब उन्होंने पर्थ टेस्ट में ये रन बनाए थे. उनकी मौजूदा फॉर्म ने चिंताएं बढ़ा दी हैं जिसके चलते टीम में उनके जगह को लेकर काफी आलोचना हो रही है. इन सवालों के बीच, गावस्कर को लगता है कि कोहली का लाल गेंद वाले फॉर्मेट में भविष्य तय करना आखिरकार चयनकर्ताओं की जिम्मेदारी है.
बता दें कि कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रन बनाने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन इस बार 9 पारियों में 23.75 की औसत से केवल 190 रन ही बना पाए. कुल मिलाकर, टेस्ट क्रिकेट में उनका साल कठिन रहा, उन्होंने 21 पारियों में 23.15 की औसत से केवल 440 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक और एक शतक शामिल है.
गावस्कर ने कहा कि, इस मैच के लिए, अगर भारत कल जीतता है, तो उनके पास अभी भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने का मौका है. गावस्कर ने कहा, "इसके बाद, ध्यान इंग्लैंड दौरे पर जाएगा." गावस्कर ने कोहली की तकनीक में एक तकनीकी खामी की ओर भी इशारा किया, यह जानते हुए कि बल्लेबाज 9 में से 8 बार ऑफ-स्टंप के बाहर गेंद पर आउट होता आया है. गावस्कर ने बताया कि, कोहली फ्रंट फुट पर खेलते हैं. ऐसे में वो बाउंस पर वो एडजस्ट नहीं कर पाते और उनका बैट लाइन से बाहर रहता है. यही कारण है कि वो आउट होते हैं. उन्हें बैकफुट पर भी खेलना होगा. अगर उन्होंने ये सब बदलाव नहीं किया तो वो संघर्ष करते रहेंगे.
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