विराट कोहली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाने के बाद वो अगले दो टेस्ट में अपनी उस लय को बरकरार नहीं कर पाए. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाने के बाद अगले दो टेस्ट की तीन पारियों में कुल 21 रन ही बना पाए. इस सीरीज के शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में 5,100*, 7,11 और 3 रन ही बना पाए. इस सीरीज में वो ऑफ स्टंप से बाहर की डिलीवरी की समस्या से जूझते नजर आ रहे हैं. ऑफ स्टंप डिलीवरी उनकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई, जिसका इलाज उन्होंने बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले ढूंढ निकाला.
हाल के दिनों में पूर्व भारतीय कप्तान कोहली को ऑफ स्टंप के बाहर की लाइन में कई बार परेशानी का सामना करना पड़ा है.स्कॉट बोलैंड, जॉश हेजलवुड, मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने ऑफ स्टंप के बाहर अच्छी और फुल लेंथ की गेंदों से कोहली को परेशान किया है. इस कमजोरी का समाधान निकालने के लिए कोहली ने मेलबर्न टेस्ट से पहले स्पेशल डिमांड कर डाली. अगर ये स्पेशल डिमांड बॉक्सिंग डे टेस्ट में काम कर जाता है तो फिर ऑस्ट्रेलिया की खैर नहीं. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को उनसे बचाना नामुमकिन होगा.
कोहली की स्पेशल डिमांड
कोहली ने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से पहले मंगलवार को टीम इंडिया के नेट्स सेशन में स्पेशल डिमांड की, जिससे ऑस्ट्रेलियाई अटैक की खबर ले सके. उन्होंने नेट्स सेशन के दौरान बैटिंग का जमकर अभ्यास किया. इस दौरान प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा से उन्होंने खुद खास डिलीवरी की मांग की, ताकि वो अपनी कमजोरी का इलाज निकाल सके. उन्होंने दोनों गेंदबाजों को उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर गेंद डालने के लिए कहा. जिससे वो ऑफ स्टंप डिलीवरी की प्रैक्टिस कर सके.
कोहली की इस कमजोरी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा से भी सवाल किया गया था. जिस पर कप्तान ने कोहली का सपोर्ट किया और कहा कि वो अपना रास्ता खोज लेंगे. रोहित ने कहा-
आपने ही कहा कि वह आधुनिक समय के महान खिलाड़ी हैं. आधुनिक समय के महान खिलाड़ी अपना रास्ता खोज लेंगे (समस्याओं से पार पाने के लिए).
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर का भी मानना है कि कोहली रन बनाने का कोई न कोई तरीका खोज लेंगे.
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