INDvsBAN: 'ज्यादा मत सोचिए, बस चार विकेट गिरे हैं', मोहम्मद सिराज ने जताया बांग्लादेश को हराने का भरोसा

INDvsBAN: 'ज्यादा मत सोचिए, बस चार विकेट गिरे हैं', मोहम्मद सिराज ने जताया बांग्लादेश को हराने का भरोसा

भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 45 रन तक चार महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए. लेकिन तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि किसी एक बल्लेबाज की लंबी पारी टीम को जीत दिलाने के लिए काफी होगी. सिराज ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें अभी ज्यादा नहीं सोचना चाहिए क्योंकि हमने सिर्फ चार विकेट गंवाए हैं. हमें लगभग 80 (100) रन और चाहिए. हमें सिर्फ एक बल्लेबाज से लंबी पारी की जरूरत है, अक्षर क्रीज पर सही इरादा दिखा रहा है.’

 

मैच के तीसरे दिन स्टंप्स के समय अक्षर पटेल 26 जबकि जयदेव उनादकट तीन रन बनाकर खेल रहे थे. भारत को जीत के लिए और 100 रन की जरूरत है. सिराज ने कहा, ‘हां, हमने दो विकेट अतिरिक्त गंवाए लेकिन अक्षर ने पिच से सामंजस्य बैठा लिया है, वह मजबूत जज्बा दिखा रहा है. इसके बाद हमारे पास ऋषभ (पंत) और श्रेयस (अय्यर) भी हैं, इसलिए हमें ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए.’ 

 

भारत को बनाना होगा इतिहास
भारतीय टीम अगर 145 रन बना लेती है तो इस मैदान पर चौथी पारी में जीत दर्ज करते हुए यह तीसरा सबसे बड़ा स्कोर होगा. इससे पहले इस मैदान पर चौथी पारी में लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए  209, 205 और 103 रन बने है. लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने केएल राहुल (2) और चेतेश्वर पुजारा (6) के विकेट जल्दी गंवा दिए. इसके बाद कोच राहुल द्रविड़ ने अक्षर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा. सिराज ने कहा, ‘अक्षर भेजना प्रबंधन का फैसला था. मुझे लगता है कि अगर बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाज है तो गेंदबाजों के लिए सामंजस्य बैठाना मुश्किल होता है.’

 

हैदराबाद के इस गेंदबाज ने दूसरी पारी में मोमिनुल हक (पांच) और लिटन दास (73) के विकेट चटकाए जिससे भारत ने बांग्लादेश की पारी को 231 रन पर समेटा. सिराज ने कहा, ‘इस पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए अतिरिक्त उछाल है, इसलिए मैं बल्लेबाजों के लिए मुश्किल क्षेत्र में जितना संभव हो सके उतना गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था. हमें अतिरिक्त उछाल मिल रही थी और हमारी योजना गेंद को जोर से टप्पा खिलाने की थी.’