भारत ने बांग्लादेश में वनडे सीरीज गंवा दी. मीरपुर में खेले गए दूसरे वनडे में टीम इंडिया को पांच रन से शिकस्त मिली. कप्तान रोहित शर्मा बाएं हाथ में चोट लगी होने के बाद भी बैटिंग को उतरे. नौवें नंबर पर आकर उन्होंने 28 गेंद में तीन चौकों और पांच छक्कों से नाबाद 51 रन की पारी खेली लेकिन वे जीत नहीं दिला पाए. भारत को आखिरी गेंद पर जीत के लिए छक्का चाहिए था लेकिन रोहित शर्मा ऐसा नहीं कर पाए. 271 रन का पीछा करते हुए भारतीय टीम नौ विकेट पर 266 रन ही बना सकी. उसके लिए कप्तान के अलावा श्रेयस अय्यर ने 82 और अक्षर पटेल ने 56 रन की पारी खेली लेकिन बाकी बल्लेबाजों की नाकामी ले डूबी. मेजबान टीम की तरफ से इबादत हुसैन सबसे कामयाब बॉलर रहे जिन्होंने 45 रन देकर तीन विकेट लिए. बांग्लादेश ने इस नतीजे के साथ ही तीन मैच की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली. उसने पहला मैच एक विकेट से जीता था. साथ ही लगातार दूसरी बार भारत को वनडे सीरीज में हराया. इससे पहले 2015 में उसने भारत को अपनी सरजमीं पर 2-1 से वनडे सीरीज में मात दी.
इससे पहले मेहदी हसन मिराज के करियर के पहले शतक से बांग्लादेश ने सात विकेट पर 271 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया. बांग्लादेश ने एक समय 19वें ओवर में 69 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद मेहदी हसन ने 83 गेंद में आठ चौकों और चार छक्कों से नाबाद 100 रन की पारी खेलने के अलावा महमूदुल्लाह (96 गेंद में 77 रन, सात चौके) के साथ सातवें विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी करके पारी को संवारा. यह भारत के खिलाफ सातवें विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है.
मेहदी हसन ने नसुम अहमद (11 गेंद में नाबाद 18) के साथ भी आठवें विकेट के लिए 23 गेंद में 54 रन की अटूट साझेदारी की. बांग्लादेश की टीम अंतिम 10 ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 102 रन जोड़ने में सफल रही. भारत की ओर से वाशिंगटन सुंदर सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 37 रन देकर तीन विकेट चटकाए. उमरान मलिक और मोहम्मद सिराज ने भी क्रमश: 58 और 73 रन देकर दो-दो विकेट हासिल किए.
कोहली-धवन की ओपनिंग जोड़ी नाकाम
रोहित के चोटिल होने की वजह से विराट कोहली और शिखर धवन ओपन करने उतरे. बांग्लादेश ने मेहदी हसन मिराज को पहले ओवर के लिए गेंद थमाई. कोहली ने चौके के साथ भारतीय पारी का खाता खोला. लेकिन वे ज्यादा देर टिक नहीं पाए और इबादत हुसैन की गेंद पर पुल शॉट खेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए. विराट कोहली इस साल एक बार फिर वनडे में फेल हो गए. वे लगातार सातवीं पारी में 20 रन का आंकड़ा छूने में नाकाम रहे. शिखर धवन की नाकामी का सिलसिला भी जारी रहा. वे एक चौके की मदद से आठ रन बनाने के बाद मुस्तफिजुर रहमान की पटकी हुई गेंद पर कैच थमा बैठे.
65 पर गिरे 4 विकेट
13 रन पर भारत की सलामी जोड़ी पवेलियन में थी. श्रेयस अय्यर तीसरे नंबर पर उतरे और वाशिंगटन सुंदर चौथे नंबर पर आए. सुंदर 19 गेंद में एक चौके से 11 रन बना सके. वे शाकिब अल हसन की गेंद पर बांग्लादेशी कप्तान लिटन दास को कैच थमा बैठे. पिछले मैच में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले केएल राहुल भी स्पिन के जाल में फंसे. मेहदी हसन की गेंद पर वे एलबीडब्ल्यू करार दिए गए. उन्होंने 28 गेंद में बिना किसी चौके-छक्के के 14 रन बनाए. 65 रन पर चार विकेट गिरने से टीम इंडिया मुसीबत में थी.
अय्यर-अक्षर ने संभाला
अय्यर ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर टीम इंडिया को संभाला. दोनों ने कुछ आतिशी शॉट लगाए और भारत की उम्मीदों को बनाए रखा. दोनों के बीच पांचवे विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी हुई. अय्यर ने अपनी शानदार वनडे फॉर्म को जारी रखा और इस साल का सातवां अर्धशतक लगाया. उन्होंने 69 गेंद में अपना पचासा पूरा किया. अक्षर पटेल ने भी उनके पीछे-पीछे 50 गेंद में 50 रन का आंकड़ा छुआ. यह उनके वनडे करियर के दूसरी फिफ्टी रही. जब तक अक्षर और श्रेयस क्रीज पर थे तब तक भारत की जीत आसान और तय लग रही थी. लेकिन मेहदी हसन की गेंद पर लगातार दूसरा छक्का लगाने की कोशिश में श्रेयस लपके गए. उन्होंने 102 गेंद में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 82 रन की पारी खेली. कुछ देर बाद ही अक्षर भी शिकार हो गए. वे इबादत हुसैन की गेंद पर शाकिब अल हसन को कैच दे बैठे. उन्होंने 56 गेंद में दो चौकों और तीन छक्कों से 56 रन बनाए.
9वें नंबर पर उतरे रोहित
रोहित शर्मा नौवें नंबर पर बैटिंग के लिए उतरे. तब भारत को 44 गेंद में 65 रन चाहिए थे. चाहर 46वें ओवर की पहली गेंद पर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में मिडविकेट पर लपके गए. इबादत को उनका विकेट मिला. इसके बाद रोहित ने आखिरी चार गेंद में दो छक्के और एक चौका लगाया. इस तरह 18 रन ओवर से आए. 46वें ओवर में बांग्लादेश को तब तगड़ा झटका लगा जब मेहदी हसन बाएं घुटने में दर्द के चलते मैदान से बाहर चले गए और ओवर पूरा नहीं कर पाए. महमूदुल्लाह ने बाकी बची गेंदें फेंकी लेकिन केवल एक ही रन दिया. आखिरी 18 गेंद में भारत को जीत के लिए 40 रन चाहिए थे लेकिन मुस्तफिजुर रहमान ने कमाल का 47वां ओवर फेंका और एक भी रन नहीं दिया. इस दौरान मोहम्मद सिराज स्ट्राइक पर रहे.
49वें ओवर में रोहित ने दो छक्के लगाए. इस दौरान उन्हें दो जीवनदान भी मिले. इसी ओवर में आखिरी गेंद पर मोहम्मद सिराज को महमूदुल्लाह को बोल्ड कर दिया. आखिरी ओवर में भारत को 20 रन चाहिए थे और स्ट्राइक रोहित के पास थी. पहली गेंद डॉट रही. लेकिन दूसरी और तीसरी गेंद पर दो चौके आए. मुस्तफिजुर ने चौथी गेंद डॉट डाली लेकिन पांचवीं पर छक्का आ गया. आखिरी गेंद पर छह रन की जरूरत भारत को थी लेकिन मुस्तफिजुर ने यॉर्कर फेंककर भारत की उम्मीदें खत्म कर दी.
बांग्लादेश की पारी का हाल
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले बांग्लादेश ने दूसरे ओवर में ही अनामुल हक (11) का विकेट गंवा दिया जिन्हें सिराज ने एलबीडब्ल्यू किया. भारत कप्तान रोहित शर्मा ने हालांकि इससे एक गेंद पहले अनामुल का कैच टपकाया और उनके अंगूठे पर चोट लगने के कारण खून निकलने लगा जिससे वह पारी में आगे फील्डिंग नहीं कर पाए. कप्तान लिटन दास (7) और नजमुल हुसैन शंटो (21) ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया. सिराज ने पारी के 10वें ओवर में लिटन को बोल्ड करके उनकी पारी का अंत किया जब टीम का स्कोर 39 रन था.
69 रन पर गिरे 6 विकेट
उमरान ने शाकिब अल हसन को अपने पहले ओवर में काफी परेशान किया और फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर नजमुल को बोल्ड कर दिया. वाशिंगटन ने इसके बाद बांग्लादेश को जल्दी-जल्दी तीन झटके देकर उसके मिडिल ऑर्डर की रीढ़ तोड़ दी. शाकिब (08) उन गेंद को हवा में लहरा गई और शिखर धवन ने स्लिप से फाइन लेग की ओर भागते हुए कैच लपका. वाशिंगटन ने मुशफिकुर रहीम (12) और अफीफ हुसैन (0) को लगातार गेंदों पर आउट करके बांग्लादेश का स्कोर छह विकेट पर 69 रन किया.
मेहदी-महमूदुल्लाह का करिश्मा
मेहदी हसन और महमूदुल्लाह ने इसके बाद 27 ओवर से अधिक समय तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा और इस दौरान विकेट के चारों तरफ शॉट लगाए. मेहदी हसन ने 38वें ओवर में उमरान की गेंद पर एक रन के साथ 55 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि महमूदुल्लाह ने सिराज की गेंद पर एक रन के साथ 41वें ओवर में 74 गेंद में यह उपलब्धि हासिल की. उमरान ने 47वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह को विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा.
मिराज ने शार्दुल ठाकुर के पारी के अंतिम ओवर में दो छक्कों सहित 16 रन जोड़े और अंतिम गेंद पर एक रन के साथ शतक पूरा किया. वह आठवें नंबर या इससे निचले क्रम पर आकर वनडे में शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं.