IND vs BAN: तो इस बात पर भड़क उठे लिटन दास, अब सिराज ने बताया क्यों हुई थी दोनों के बीच तगड़ी बहस

IND vs BAN: तो इस बात पर भड़क उठे लिटन दास, अब सिराज ने बताया क्यों हुई थी दोनों के बीच तगड़ी बहस

बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ पहले टेस्ट का दूसरा दिन टीम इंडिया (Team India) के लिए बेहद शानदार रहा. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश की टीम यहां 8 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 133 रन ही जोड़ पाई है. भारत ने पहली पारी में 404 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया है. टीम इंडिया की तरफ से पुजारा ने 90, अय्यर ने 87 और अश्विन ने 57 रन की पारी खेली. वहीं अंत में कुलदीप यादव ने भी 40 रन की पारी खेल अपना अहम योगदान दिया. गेंद के साथ सिराज ने टीम को धांसू शुरुआत दी और पहली ही गेंद पर नजमुल हुसैन को पवेलियन भेज दिया.

लेकिन इसके बाद सिराज बांग्लादेश के बल्लेबाज लिटन दास से जा भिड़े. दोनों के बीच कुछ शब्दों का आदान प्रदान भी हुआ जिसके बाद लिटन सिराज के पास चलकर भी आए और उनसे पूछने लगे कि आखिर क्या मामला है. लेकिन अगली ही गेंद पर सिराज ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर उनका मुंह बंद कर दिया. सिराज ने दूसरे दिन 14 रन देकर 3 विकेट चटकाए. पोस्ट मैच के बाद सिराज से जब ये पूछा गया कि दोनों के बीच आखिर किस बात को लेकर बहस हुई थी तो इसपर सिराज ने कहा कि, वो बस लिटन को ये कह रहे थे कि, थोड़ा संभलकर खेलो क्योंकि ये टी20 क्रिकेट नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट है.

लाइन-लेंथ से गेंद डालने का मिला फायदा
टीम इंडिया के युवा तेज गेंदबाज सिराज ने अपनी सफलता का श्रेय निरंतर लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने को दिया. उन्होंने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘लाल गेंद मेरी पसंदीदा है. मैं लाल गेंद से ज्यादा निरंतर गेंदबाजी करता हूं क्योंकि इसमें लाइन एवं लेंथ अहम होती है. श्रेय सभी गेंदबाजों को दिया जाना चाहिए. ’’ सिराज ने आगे कहा, ‘‘मेरी रणनीति लगातार एक ही जगह पर गेंदबाजी करने की थी क्योंकि यह इस तरह का विकेट है कि अगर आप ज्यादा कोशिश करोगे तो आपके पास रन लुटाने के काफी मौके हैं. मेरी योजना एक ही जगह पर गेंदबाजी करने की थी जिससे मुझे सफलता मिली. ’’ सिराज ने कहा कि एक तेज गेंदबाज को टेस्ट मैचों में सफलता हासिल करने के लिये ‘स्टंप-टू-स्टंप’ गेंदबाजी करनी चाहिए. इस 28 साल के गेंदबाज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जितना ज्यादा आप स्टंप लाइन में गेंदबाजी करोगे, उतना बेहतर होगा क्योंकि तब आपके पास पगबाधा करने का मौका होता है.’’