भारत ने इंग्लैंड में इतिहास रच दिया. 39 साल बाद मैनचेस्टर के मैदान में इंग्लैंड को वनडे में हराया और तीन मैच की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर लिया. भारत ने आठ साल बाद अंग्रेजों की धरती पर वनडे सीरीज जीती है. आखिरी वनडे के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत जिन्होंने करियर का पहला वनडे शतक लगाया. उन्होंने 16 चौकोंं और दो छक्कों से नाबाद 125 रन की पारी खेली. उन्होंने 42वें ओवर में डेविड विली पर लगातार पांच चौके भी जड़े. हार्दिक पंड्या ने ऑलराउंड खेल दिखाया. पहले बॉलिंग से चार बल्लेबाज आउट किए फिर बैट से 71 रन की तूफानी पारी खेली. भारत को जीत के लिए 260 रन का लक्ष्य मिला जिसे उसने पांच विकेट गंवाकर 47 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. भारत ने पहला वनडे जीता था लेकिन दूसरे में हार मिली जिसके बाद सीरीज बराबर हो गई थी.
भारत ने हार्दिक पंड्या (24 रन देकर चार विकेट) के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और अनुशासित गेंदबाजी से अंतिम वनडे में इंग्लैंड को 45.5 ओवर में 259 रन पर समेट दिया था. कप्तान जॉस बटलर इंग्लैंड के लिए 80 गेंद में 60 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे. हार्दिक के अलावा युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लिए. रोहित ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला किया, हालांकि ओल्ड ट्रैफर्ड पर पिछले नौ मैचों में से आठ में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती थी. लेकिन टीम इंडिया ने इस सिलसिले को भी खत्म कर दिया.
टीम इंडिया ने कैसे किया रनों का पीछा
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर को हालांकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रीस टॉप्ले (35 रन देकर तीन विकेट) ने झकझोर दिया था. टॉप्ले ने कप्तान रोहित शर्मा (17), शिखर धवन (01) और विराट कोहली (17) के विकेट झटके जिससे भारत ने 38 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे. रोहित ने पहले ही ओवर में टॉप्ली की गेंद पर मिड विकेट क्षेत्र में और फिर अगले ओवर में डेविड विली पर दो शानदार चौके जड़े. टॉप्ली ने पहले धवन और फिर रोहित को पवेलियन भेजा. पांच ओवर में टीम ने 21 रन पर दो विकेट गंवा दिये थे.
खराब फॉर्म को लेकर चर्चा का केंद्र बने हुए कोहली ने विली पर तीन चौके लगाकर बड़ी पारी खेलने की उम्मीद बंधाई थी पर टॉप्ली की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेट के पीछे कैच देकर आउट हुए. पंत और सूर्यकुमार यादव (28 गेंद में 16 रन) ने संभलकर खेलते हुए 15 ओवर तक टीम का स्कोर तीन विकेट पर 68 रन पहुंचाया. सूर्यकुमार ऑफ स्टंप से बाहर जाती उछाल भरी गेंद पर बल्ला लगाकर विकेटकीपर को आसान कैच दे बैठे जिससे भारत को 72 रन पर चौथा झटका लगा.
पंत-पंड्या की 133 रन की पार्टनरशिप
इसके बाद पंड्या और पंत ने संकटमोचक की भूमिका निभाते हुए पांचवें विकेट के लिये 133 रन की साझेदारी की और टीम को मुश्किल से निकाला. पहले पंड्या ने 43 गेंद में सात चौके से अपने करियर का सातवां अर्धशतक पूरा किया. भारतीय टीम 30 ओवर में चार विकेट पर 152 रन बना चुकी थी. पंत ने 71 गेंद में पांचवें चौके से अपने 50 रन पूरे किये. पंत ने 35वें ओवर की अंतिम गेंद पर क्रेग ओवरटन की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर पारी का पहला छक्का जमाया, जिससे पहली गेंद को उन्होंने चौके के लिये भेजा था.
इससे भारत को जीत के लिये 15 ओवर में 63 रन की जरूरत थी. पंड्या ने जल्दी मैच खत्म करने की कोशिश में ब्रायडन कार्स पर लगातार दो चौके लगाये, पर अगली ही गेंद पर उनकी पारी समाप्त हो गयी. पंड्या (55 गेंद) कार्स की शॉर्ट गेंद को जल्दी खेल बैठे और मिडविकेट पर स्टोक्स ने शानदार कैच लपक लिया जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 205 रन था. पंत टीम को आसानी से जीत तक ले गये और रिवर्स स्विप से चौका लगाकर स्टाइल से जीत दिलायी. पंत ने रवींद्र जडेजा (नाबाद 07) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिये नाबाद 56 रन की साझेदारी निभाई.
इंग्लैंड की पारी का हाल
चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह खेल रहे मोहम्मद सिराज ने दिन के खेल में अपनी तीसरी ही गेंद पर जॉनी बेयरस्टो का विकेट झटक लिया. इंग्लैंड के इस सलामी बल्लेबाज ने लेग साइड की ओर गेंद खेली लेकिन गेंद बल्ला छूकर मिड ऑफ पर खड़े श्रेयस अय्यर के हाथों में चली गयी. सिराज ने फिर जो रूट का विकेट झटक लिया. इंग्लैंड के खिलाड़ी ने उनकी बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआ दिया और दूसरी स्लिप में खड़े कप्तान रोहित शर्मा ने इसे लपक लिया. इस तरह इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे दो बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन लौट चुके थे और टीम दूसरे ओवर में 12 रन पर दो विकेट गंवाकर मुश्किल में थी.
इससे पहले जेसन रॉय (41) ने मोहम्मद शमी पर तीन बाउंड्री लगायी थी जिसमें से एक चौका मैच की पहली ही गेंद पर मिड-ऑफ पर लगा था. बटलर पहले बल्लेबाजी करने से खुश थे और बुमराह का नहीं खेलना मेजबानों के लिये खुशी की खबर था. लेकिन उन्हें कहां पता था कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार बुमराह की अनुपस्थिति में भी विपक्षी टीम उनकी पारी में इतनी जल्दी विकेट झटक लेगी और वो भी बल्लेबाजों की मुफीद पिच पर.
हार्दिक ने लगाए इंग्लैंड की स्पीड पर ब्रेक
बेन स्टोक्स ने दिखाया कि यह पिच बल्लेबाजी के लिये कितनी अच्छी थी. रॉय और स्टोक्स ने संभलकर खेलते हुए पारी आगे बढ़ायी लेकिन दोनों के बीच 54 रन की साझेदारी बनने के बाद हार्दिक ने इसका अंत किया. हार्दिक ने कसी लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करते हुए रॉय को विकेट के पीछे कैच आउट कराया. इस तरह इंग्लैंड ने 66 रन पर तीसरा विकेट खो दिया. हार्दिक ने अपने छोर से दबाव बनाये रखा और जल्द ही उन्होंने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया. उन्होंने अपना दूसरा विकेट मेडन ओवर में लिया.
जडेजा की गजब की फील्डिंग
भारत कसी गेंदबाजी कर रहा था जिससे इंग्लैंड की टीम रॉय के आउट होने के बाद सात ओवर में केवल 16 रन ही बना सकी. सिराज ने वापसी करते हुए तीन गेंद में दो बार बटलर के हेलमेट पर हिट किया. दोनों मौकों पर फिजियो को ‘कनकशन प्रोटोकॉल’ के तहत बल्लेबाज की जांच करनी पड़ी. इंग्लैंड के कप्तान ने इस बीच युजवेंद्र चहल (60 रन देकर तीन विकेट) पर लॉन्ग ऑन में एक छक्का जड़ा जबकि मोईन अली (34 रन) ने सिराज पर छह रन बनाये. इसके बाद दोनों ने फिर इसी क्रम में एक-एक छक्के जमाये. मोईन को रवींद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया. हार्दिक ने फिर लियम लिविंगस्टन और बटलर को चार गेंदों के अंदर आउट किया. दोनों जडेजा की गजब की फील्डिंग का शिकार हुए और हार्दिक की शॉर्ट बॉलिंग के लालच में फंसकर कैच थमा बैठे.