IND vs ENG: कैंसर से लड़ रही बहन को लेकर आकाश दीप हुए इमोशनल, टीम इंडिया को जिताकर बोले- जब भी गेंद हाथ में आई तब...

IND vs ENG: कैंसर से लड़ रही बहन को लेकर आकाश दीप हुए इमोशनल, टीम इंडिया को जिताकर बोले- जब भी गेंद हाथ में आई तब...
akash deep

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आकाश दीप ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में छह विकेट लिए.

आकाश दीप ने पहली बार टेस्ट में 10 विकेट चटकाए.

आकाश दीप ने 2024 में इंग्लैंड सीरीज से टेस्ट डेब्यू किया था.

तेज गेंदबाज आकाश दीप एजबेस्टन टेस्ट में भारत की जीत के हीरो रहे. उन्होंने इंग्लैंड के 10 विकेट चटकाए. इससे टीम इंडिया ने पहली बार एजबेस्टन में जीत दर्ज की. भारत ने 608 रन का लक्ष्य दिया था फिर इंग्लिश टीम को 271 रन पर समेट दिया. आकाश ने दूसरी पारी में छह विकेट चटकाए. इस तेज गेंदबाज ने मैच के बाद एक ऐसी जानकारी दी जिससे पता चला कि यह खिलाड़ी निजी तौर पर किस मुश्किल से गुजर रहा था. उनकी बहन को कैंसर से है. दो महीने से वह इस बीमारी से लड़ रही है. आकाश दीप ने दूसरे टेस्ट की जीत को अपनी बहन को समर्पित किया.

आकाश दीप ने ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि उन्होंने यह बात किसी को बताई नहीं. सबसे छुपाकर रखी थी. वह यह कहते हुए भावुक हो गए और उनका गला रुंध गया. आकाश ने कहा, 'मेरी बहन कैंसर से लड़ रही है. अब वह ठीक है और स्थिर है लेकिन पिछले दो महीने में उसने काफी कुछ सहा है. मेरे खेल को देखकर वह सबसे ज्यादा खुश होगी. मैं इस मैच और जीत को मेरी बहन को समर्पित करता हूं. बहन यह तुम्हारे लिए परफॉर्मेंस है. मैं जब भी बॉल पकड़ रहा था, तुम्हारा ही चेहरा सामने आ रहा था.' 

आकाश ने तबाह किया इंग्लैंड का टॉप ऑर्डर

 

आकाश ने एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर की धज्जियां उड़ाई. उन्होंने दूसरी पारी में इंग्लिश टीम के टॉप पांच में से चार बल्लेबाजों को आउट किया. फिर जैमी स्मिथ को आउट कर पांच विकेट पूरे किए. इंग्लिश टीम का आखिरी विकेट भी उन्हें मिला. पहली पारी में उन्होंने बेन डकेट, ऑली पोप और हैरी ब्रूक को चलता किया था.

पिता और भाई को गंवा चुके हैं आकाश दीप

 

आकाश दीप ने साल 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से ही टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी चुना गया था. बिहार के रहने वाला यह खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में बंगाल की ओर से खेलता है. उन्होंने काफी मुश्किलों को झेलते हुए क्रिकेट में करियर बनाया. उनके पिता और भाई का दो महीनों के अंतराल में निधन हो गया था.