इंग्लैंड ने भारत को पहले टेस्ट में पांच विकेट से हराया. हेडिंग्ले में खेले गए मुकाबले में उसने 371 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया. यह इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे सफल रन चेज रहा. भारत को हराने के लिए इंग्लिश टीम ने अपने खेल के अंदाज में कुछ बदलाव किए. 2022 में बेन स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद से टीम आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाती है जिसके लिए बैजबॉल टर्म बनी है. लेकिन इसकी वजह से टीम को कुछ नुकसान भी हो रहा था. अब इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं. पहले टेस्ट में प्लेयर ऑफ दी मैच रहे बेन डकेट ने इस बारे में जानकारी दी.
इंग्लिश ओपनर ने कहा कि उनकी टीम ने भारत के खिलाफ सीरीज के दौरान बैटिंग में लापरवाही को कम करने और शांत रहने के तरीके पर काम किया. उन्होंने बीबीसी से कहा, 'हमने आज (24 जून) इस बारे में बात नहीं की लेकिन यह साफ था कि हमें अब टेस्ट मैच जीतने हैं. इसे जीतकर 1-0 के साथ आगे बढ़ना है.'
डकेट बोले गियर बदलने के ख्याल आए
उन्होंने माना कि शतकीय पारी के दौरान कुछ मौके आए जब वे गियर बदलना चाहते थे और ज्यादा आक्रामक होना चाहते थे. लेकिन उन्होंने खुद को रोक लिया. डकेट के अनुसार,
मेरे दिमाग में कई बार ऐसे पल आए जहां मैं अगले गियर में जाना चाह रहा था लेकिन... बारिश के चलते आए ब्रेक ने भी मदद की. गेंदबाजों को भी रुकना पड़ा. उन्हें लय हासिल करनी पड़ी.
इंग्लैंड ने बैजबॉल में क्या बदला
डकेट ने बताया कि इंग्लैंड ने सोच समझकर यह फैसला लिया कि बैजबॉल तरीके में थोड़ी शांत लाई जाए. इससे बेचैनी को हटाया जाए. सबने इस पर सहमति दी. उन्होंने कहा, 'जब आप स्कोरबोर्ड देखते हैं तो हम जानते थे कि आज पूरे दिन बैटिंग करने पर हम मैच जीत जाएंगे. यहां तेजी से रन बनते हैं और हम जल्दी-जल्दी रन बनाकर मौसम को परिदृश्य से हटा सकते थे. ड्रेसिंग रूम में माहौल काफी शांत था. ऐसे हालात में जब पांच विकेट गिर चुके हो तब दो विकेट और गिर जाने पर मैच पूरी तरह से बदल जाता. लेकिन जैमी स्मिथ ने दबाव झेला. और जब जो रूट मैदान में रहते हैं तो यह काम काफी आसान हो जाता है.'