भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज अंत में 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई. ओवल के मैदान पर आखिरी टेस्ट खेला गया था जिसमें टीम इंडिया ने 6 रन से जीत हासिल की थी. सीरीज में हालांकि बुमराह ने सिर्फ 3 ही मैच खेले थे और आखिरी टेस्ट से वो नदारद थे. ऐसा इसलिए था क्योंकि टीम मैनेजमेंट ने पहले ही ये तय कर लिया था कि तेज गेंदबाज के वर्कलोड को मैनेज करने के लिए उन्हें सिर्फ तीन मैच ही खेलने को मिलेंगे. इस बीच जिन दो मैचों में बुमराह नहीं खेलें उसमें टीम को जीत मिली और एक मैच ड्रॉ रहा. कई बार ये सवाल उठे कि क्या बुमराह का इंग्लैंड दौरे पर टीम के भीतर न होना भारत के लिए वरदान था? इसपर अब उन्हीं के साथी गेंदबाज आकाश दीप ने चुप्पी तोड़ी है.
बुमराह के बिना जीता भारत, मैं इससे सहमत नहीं: आकाश दीप
उन्होंने आगे कहा. “बुमराह भाई ने अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए अनगिनत मैच जिताए हैं. इस दौरे पर भी, पहले मैच में उन्होंने पांच विकेट लिए थे, और लॉर्ड्स में भी उन्होंने एक और पांच विकेट हॉल हासिल किया. इसलिए, मैं इस समीकरण से बिल्कुल सहमत नहीं हूं. जब भी वे खेले, उन्होंने हमेशा टीम के लिए मैच जिताने वाला प्रदर्शन किया.”
बता दें कि, बुमराह की गेंदबाजी की ताकत और उनकी क्षमता किसी से छिपी नहीं है. उनकी सटीक यॉर्कर और तेज गति ने कई बार विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है. बुमराह ने सबसे पहले लीड्स टेस्ट में हिस्सा लिया जिसमें भारत को हार मिली थी. इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट लिए लेकिन दूसरी पारी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिल पाया. इंग्लैंड ने इस तरह 5 विकेट रहते हुए 373 रन के लक्ष्य का पीछा कर लिया. बुमराह ने दूसरा टेस्ट मिस किया जिसे भारत ने 336 रन से जीत लिया. फिर लॉर्डस में उन्होंने 5 विकेट लिए. लेकिन भारत 22 रन से हार गया. बुमराह ने फिर चौथा टेस्ट खेला और दो विकेट लिए. लेकिन 5वें टेस्ट में वो टीम से बाहर हो गए.