इंग्लैंड के पूर्व स्टार स्टीवन फिन ने जसप्रीत बुमराह को ‘सर्वकालिक सबसे पूर्ण तेज गेंदबाज’ बताया है, जो जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, कैगिसो रबाडा, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे अपने समकक्षों से कहीं बेहतर हैं.फिन का मानना है कि हेडिंग्ले में पहले एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी टेस्ट में उनका 5/83 का प्रदर्शन सदियों पुराने मैदान पर अब तक देखी गई किसी भी चीज से ‘बेहतरीन’ था.
फिन ने बीबीसी के लिए अपने कॉलम में लिखा-
इस दावे को खारिज करना मुश्किल होता जा रहा है कि भारत के जसप्रीत बुमराह अब तक के सबसे पूर्ण तेज गेंदबाज हैं.हर बार जब वह गेंदबाजी करते हैं तो मैच पर उनका प्रभाव कमाल का होता है और हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में हमने जो भी देखा है, वह किसी भी अन्य गेंदबाज से बेहतर है. बुमराह ने इंग्लैंड की पहली पारी में 83 रन देकर 5 विकेट लिए, साथ ही तीन कैच छोड़े और हैरी ब्रुक को नो-बॉल पर कैच आउट कराया.
जब भी बुमराह के हाथ में गेंद आती है तो बॉक्स-ऑफिस पर धमाल मच जाता है. ऐसा लगता है जैसे हर गेंद पर कुछ ना कुछ हो रहा है. वह दूसरे छोर पर खड़े गेंदबाजों को ऐसा दिखाते हैं, जैसे वे कोई अलग खेल खेल रहे हों. वह दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों को भी यह सोचकर भ्रमित कर सकते हैं कि अभी क्या हुआ है. हाथों की एक हरकत, कलाई का एक झटका और गेंद आपके सामने आ जाती है, इससे पहले कि आप कुछ समझ पाएं.
इंग्लैंड के लिए 36 टेस्ट और 69 वनडे खेलने वाले पूर्व तेज गेंदबाज ने बताया कि बुमराह का एक्शन उन्हें इतना घातक क्यों बनाता है और कैसे उनकी अनोखी बांह, कलाई और रिलीज पोजीशन बल्लेबाजों के मन में उनका खौफ बैठाती है.उनका कहना है कि बुमराह सिर्फ अपने एक्शन से कहीं बढ़कर हैं. उन्होंने कहा-
अगर कभी बुमराह का सामना करने का मेरा दुर्भाग्य हुआ, तो वह ज्यादा से ज्यादा दो गेंदों में ही मेरा काम तमाम कर देंगे. एक अच्छी शॉर्ट बॉल, फिर एक तेज यॉर्कर से काम चल जाएगा. मुझे उम्मीद है कि वह सीधे दूसरे विकल्प को चुनेंगे. जब बुमराह गेंदबाजी कर रहे होते है तो गेंद को देखना अविश्वसनीय रूप से कठिन होता है. वह मेरे जैसे टेलएंडर को कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं.
फिन ने कहा-