गौतम गंभीर ने भारतीय टीम की खराब गेंदबाजी पर तोड़ी चुप्पी, बताया- क्यों शार्दुल ठाकुर ने डाले सिर्फ 16 ओवर

गौतम गंभीर ने भारतीय टीम की खराब गेंदबाजी पर तोड़ी चुप्पी, बताया- क्यों शार्दुल ठाकुर ने डाले सिर्फ 16 ओवर
ट्रेनिंग सेशन के दौरान गौतम गंभीर

Story Highlights:

गौतम गंभीर ने कहा कि, हमारे गेंदबाज टैलेंटेड हैं

गंभीर ने शार्दुल ठाकुर का भी सपोर्ट किया

IND vs ENG:  टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने फैंस से गुहार लगाई है कि वो युवा गेंदबाजी अटैक को सपोर्ट करें और एक टेस्ट के बाद ही उनपर हमला न बोले. भारतीय टीम को लीड्स टेस्ट में 5 विकेट से हार मिली है. इंग्लैंड के सामने 371 रन का लक्ष्य था लेकिन टीम ने अंत में आसानी से इसे पीछे कर लिया. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के अलावा बाकी के भारतीय गेंदबाज कुछ खास नहीं कर पाए. 

गौतम गंभीर ने मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, इस पेस अटैक में एक गेंदबाज है जिसने सिर्फ 4 टेस्ट खेले हैं. हम यहां प्रसिद्ध कृष्णा की बात कर रहे हैं. वहीं हर्षित राणा ने सिर्फ दो टेस्ट और अर्शदीप सिंह ने अब तक एक भी टेस्ट नहीं खेला है. वनडे में ये सबकुछ मायने नहीं रखता है. लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे दौरे पर मुश्किलें आती हैं. ये ऐसा है जैसे हम उन्हें समुंद्र में फेंक रहे हैं. ऐसे में हर टेस्ट के बाद आप इन गेंदबाजों पर सवाल नहीं उठा सकते. क्योंकि हम इन्हें और आगे कैसे बढ़ाएंगे. ये सब धीरे धीरे सीखेंगे. 

भारतीय टीम तैयार कर रही है पेस बैटरी

हेड कोच ने कहा कि तेज गेंदबाजों पर काफी दबाव है. लेकिन सभी टैलेंटेड है और लंबे समय तक टीम इंडिया के लिए खेलेंगे. लेकिन इसके लिए सभी का सपोर्ट करना जरूरी है. गंभीर ने आगे कहा कि, अगर हम बुमराह, सिराज को छोड़ दें तो किसी के पास ज्यादा अनुभव नहीं है. जो गेंदबाज ड्रेसिंग रूम में हैं उनके पास क्वालिटी है और ये सभी लंबे समय तक खेलेंगे. ये सिर्फ इस दौरे के लिए नहीं है.

शार्दुल से क्यों नहीं कराई गेंदबाजी?

गौतम गंभीर ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, कई बार कप्तान अलग सोचता है. रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में हमें कंट्रोल दिया था. उस समय ये जरूरी था कि हम अपने तीन पेसर्स को रोटेट कर सकें. हमें पता है कि शार्दुल के पास क्या क्वालिटी है और यही कारण है कि वो टीम इंडिया में खेल रहे हैं. वो हमारे चौथे सीमर हैं, इसका मतलब ये नहीं कि हम उन्हें स्पिनर से पहले ले आएं. एक कप्तान अपनी सोच और पिच को देखकर फैसले लेता है.