भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच ड्रॉ रहा. वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा की शतकीय पारी ने दिखा दिया कि इंग्लैंड को इतनी आसानी से जीत नहीं मिलेगी. मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि एक ऑलराउंडर के तौर पर आपका प्रदर्शन तब अच्छा माना जाता है, जब टीम जीत जाए. अगर हमें जीत मिलती, तो मैं सब कुछ दे देता. स्टोक्स ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम से पूरी ताकत झोंकने को कहा और वे खुद भी ऐसा ही करते.
वॉशिंगटन-जडेजा की तारीफ
स्टोक्स ने भारत के वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि इन दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करके भारत को हार से बचाया. इंग्लैंड ने पहली पारी में डकेट और क्रॉली की साझेदारी से मजबूत शुरुआत की थी. स्टोक्स ने बताया कि, यह सीरीज बहुत रोमांचक रही. दोनों टीमें बराबर की टक्कर दे रही हैं. भारत की बल्लेबाजी इतनी मजबूत थी कि उन्हें आउट करना आसान नहीं था. आखिरी दिन भारत ने दबाव में भी शानदार खेल दिखाया. इंग्लैंड ने हर कोशिश की, लेकिन भारत ने हार नहीं मानी.
गेंदबाजों की चोट से सावधानी
स्टोक्स ने अंत में ये भी खुलासा किया कि वो अंत में मैच क्यों खत्म करना चाहते थे. स्टोक्स ने बताया कि आखिरी दिन वे अपने तेज गेंदबाजों को चोट से बचाना चाहते थे. इसलिए ज्यादा जोखिम नहीं लिया. गेंदबाज लियाम डॉसन ने भी कई ओवर फेंके. गेंदबाजी में बहुत मेहनत हुई है और अगले कुछ दिनों में गेंदबाजों की स्थिति की जांच की जाएगी.
बता दें कि, यह टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए कड़ा रहा. भारत ने आखिरी दिन शानदार खेल दिखाया. अब दोनों टीमें अगले टेस्ट की तैयारी करेंगी, जहां फिर से रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है.