केएल राहुल ने SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) परिस्थितियों में अपने रिकॉर्ड को जारी रखते हुए इंग्लैंड की धरती पर अपना तीसरा टेस्ट शतक ठोक दिया. यह SENA में उनका कुल मिलाकर छठा शतक है. राहूल ने भारतीय टीम को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में मजबूत बनाए रखा है. ऋषभ पंत के साथ उनकी 195 रनों की पार्टनरशिप के दम पर ही भारतीय टीम हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड को 371 रनों का चुनौतीपूर्ण दे पाई.
मैं अब बस रन बना रहा हूं. एक समय था जब मैं शुरुआत तो करता था, लेकिन उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पाता था, खासकर टेस्ट में. मैं अपने दिमाग में बहुत शांत हूं और अब नंबर के पीछे नहीं भागता.
उन्होंने अपने एप्रोच को फिर से जिंदा करने में अहम भूमिका निभाने के लिए भारत के पूर्व सहायक कोच अभिषेक नायर को क्रेडिट दिया. राहुल ने कहा-
मैंने पिछले 15-18 महीनों में उनके साथ बहुत समय बिताया है. मैं बेसिक चीजों पर वापस गया. पहले मैंने मात्रा से ज्यादा क्वालिटी पर फोकस किया और गेंदों को हिट करने में पर्याप्त समय नहीं लगाया. अब मैं नेट्स में लंबे समय तक बिताना पसंद करता हूं.
ओपनिंग स्लॉट में वापसी
हाल के समय में सभी फॉर्मेट में राहुल का शानदार प्रदर्शन रहा. 2023 वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत के भरोसेमंद नंबर 5 के रूप में शानदार प्रदर्शन किया और 452 रन बनाए. वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने फिनिशर की भूमिका निभाई और भारत की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाई, जहां उन्होंने चार पारियों में 140 की औसत से रन बनाए. आईपीएल में भी राहुल ने लगभग 150 की स्ट्राइक रेट से 539 रन बनाए, जो दिल्ली कैपिटल्स के लिए ओपनिंग और टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए 2018 के बाद से उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है.
मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाज़ी करने के बाद राहुल ने अपने पसंदीदा टेस्ट ओपनिंग स्लॉट में वापसी की है और लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है.ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 48 के औसत से 431 रन बनाए हैं. 34.70 के करियर टेस्ट औसत के बावजूद राहुल का कहना है कि वह अब आंकड़ों को अपने फोकस पर हावी नहीं होने देते हैं. उन्होंने कहा-