इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली इंडिया ए टीम का जल्द ही ऐलान हो सकता है. इसमें 14 खिलाड़ियों को चुने जाने की खबर आ रही है. इंडिया ए और इंग्लैंड लॉयंस के बीच 30 मई से पहला अनाधिकारिक टेस्ट खेला जाना है. इसके लिए भारतीय टीम में यशस्वी जायसवाल और विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन का चुना जाना तय माना जा रहा है. इन दोनों की टीमें आईपीएल 2025 में प्लेऑफ रेस से बाहर है. ऐसे में अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाला सेलेक्शन पैनल इन्हें इंडिया ए के साथ पहले टेस्ट के लिए इंग्लैंड भेजेगा. इंग्लैंड लॉयंस के साथ जो पहला टेस्ट खेला जाएगा उसके लिए ज्यादातर ऐसे खिलाड़ी चुने गए हैं जिनकी आईपीएल टीमें प्लेऑफ रेस से बाहर हैं.
दी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि जायसवाल और किशन के अलावा बाकी खिलाड़ियों में करुण नायर, नीतीश कुमार रेड्डी, अभिमन्यु ईश्वरन, ध्रुव जुरेल, शार्दुल ठाकुर, तनुष कोटियन, आकाश दीप, खलील अहमद, मानव सुथार और अंशुल कंबोज के नाम गिने जा रहे हैं. इनमें से ज्यादातर नाम ऐसे हैं जो आईपीएल का हिस्सा नहीं है या फिर इनकी टीमें अंतिम-चार की रेस में नहीं है. साथ ही इन खिलाड़ियों के पास इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल होने का दावा पेश करने का मौका रहेगा. भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होगी.
इशान किशन टेस्ट टीम के करीब!
किशन दिसंबर 2023 तक भारत के तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी थे. वे निजी कारणों से साउथ अफ्रीका दौरा बीच में छोड़कर आए थे. इसके बाद से वे सेलेक्टर्स की निगाहों से उतर गए. अब घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद फिर से वे लाल गेंद के फॉर्मेट के सेलेक्शन के दायरे में हैं. वहीं जायसवाल टेस्ट टीम का अहम हिस्सा है. वे पहली बार इंग्लैंड में खेलेंगे. ऐसे में इंडिया ए सीरीज उन्हें वहां की कंडीशन को समझने में मदद करेगी. कहा जा रहा है कि सरफराज खान भारतीय खिलाड़ियों के दूसरे बैच क साथ इंग्लैंड जा सकते हैं. रजत पाटीदार भी जाने की रेस में थे लेकिन अंगुली में चोट ने उन्हें पीछे धकेल दिया.
इंडिया ए की कैसी होगी बॉलिंग
इंडिया ए की पहले टेस्ट की टीम में कंबोज, सुथार, खलील और तनुष के नाम भविष्य की संभावनाओं को दिखाते हैं. कंबोज घरेलू क्रिकेट में हरियाणा के लिए खेलते हैं और पिछले रणजी सीजन में कमाल की बॉलिंग के जरिए सुर्खियों में आए. उन्होंने इस दौरान एक पारी में 10 विकेट लेने का कमाल भी किया था. वहीं खलील बाएं हाथ के पेसर होने के नाते सेलेक्शन के दायरे में हैं. सुथार को रवींद्र जडेजा के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है. रही बात तनुष की तो उन्हें आर अश्विन के बाद की भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर के रूप में तराशा जा रहा है.