IND vs ENG: जोफ्रा आर्चर ने दिया ऋषभ पंत को गुस्सा दिलाने वाला बयान, आउट कर सेंड ऑफ देने पर बोले- उसने मुझे...

IND vs ENG: जोफ्रा आर्चर ने दिया ऋषभ पंत को गुस्सा दिलाने वाला बयान, आउट कर सेंड ऑफ देने पर बोले- उसने मुझे...
ऋषभ पंत को जोफ्रा आर्चर ने बोल्ड किया.

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जोफ्रा आर्चर ने ऋषभ पंत को बोल्ड कर भारत को तगड़ा झटका दिया था.

जोफ्रा आर्चर ने ऋषभ पंत को आउट करने के बाद तीखे अंदाज में जश्न मनाया था.

जोफ्रा आर्चर ने लॉर्ड्स टेस्ट के जरिए इस फॉर्मेट में चार साल बाद वापसी की. उन्होंने इस मुकाबले में कमाल की गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को भारत पर 22 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. जोफ्रा आर्चर ने मैच के पांचवें दिन ऋषभ पंत को आउट कर टीम इंडिया को जोर का झटका दिया. इसके बाद गुस्से में सेंड ऑफ भी दिया. आर्चर ने मैच के बाद खुलासा किया कि उन्होंने पंत पर गुस्सा क्यों किया. साथ ही चार साल बाद टेस्ट खेलने पर भी प्रतिक्रिया दी. इस तेज गेंदबाज ने लॉर्ड्स टेस्ट में पांच विकेट चटकाए. इनमें से दो पहली बार और तीन दूसरी पारी में आए.

आर्चर ने पंत का ऑफ स्टंप उड़ाकर भारत को पांचवां झटका दिया. इसके बाद वह काफी गुस्से में दिखे. दरअसल भारतीय बल्लेबाज ने आर्चर की एक गेंद पर बाहर निकलकर सामने की तरफ करारा शॉट लगाया था. इसके जरिए चौका बटोरा था. इससे आर्चर को काफी बुरा लगा. उन्होंने मैच के बाद स्काई क्रिकेट से बात करते हुए कहा, 'अच्छा नहीं लगा. मैंने बस उससे कहा कि अब बाहर निकलकर खेलकर दिखाओ. ईमानदारी से कहूं तो सुबह में मैं थोड़ा जूझ रहा था. गेंद लगातार फुल लैंथ पर गिर रही थी. इसी तरह की एक फुल गेंद पर उसने बाहर कर निकलकर चौका लगाया. इससे मैं थोड़ा गुस्सा होगा. जब विकेट वाली गेंद थोड़ी अंदर आई और स्टंप गिरा तो मुझे काफी अच्छा लगा.'

आर्चर ने भारत की दूसरी पारी में सबसे पहले यशस्वी जायसवाल को आउट किया. पहली पारी में भी इस बल्लेबाज का विकेट उन्हें मिला था. आर्चर ने तीसरा शिकार वाशिंगटन सुंदर के रूप में किया. उन्हें अपनी ही गेंद पर लपका और बिना खाता खोले वापस भेजा.

आर्चर ने टेस्ट में वापसी पर क्या कहा

 

आर्चर ने चार साल बाद टेस्ट खेलते हुए कई बार 150 से ऊपर की रफ्तार से गेंदबाजी की. इस बारे में उन्होंने कहा, 'वापसी के बाद यह मुकाबला मेरे लिए थोड़ा व्यस्तता वाला रहा. मैंने जितनी उम्मीद की थी उससे ज्यादा ओवर फेंके. लॉर्ड्स में इससे पहले एक ही टेस्ट खेला था और इसकी तरह पिछला वाला भी खास था. काफी समय से इसका इंतजार था लेकिन इस तरह के मौके खास बन जाते हैं. जब तक खेल नहीं लेते तब तक पता नहीं होता कि आप तैयार हैं.'