इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने भारत के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट के जरिए वापसी और शानदार खेल के बाद आलोचकों को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि इस बात की खुशी है कि उन्होंने की बोर्ड योद्धाओं को खामोश कर दिया. जोफ्रा आर्चर मार्च 2021 के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए थे. उन्होंने लॉर्ड्स के जरिए वापसी की और पांच विकेट लिए. उन्होंने भारत की चौथी पारी में तीन अहम विकेट लिए जिससे इंग्लैंड ने मुकाबला 22 रन से अपने नाम करने में सफलता हासिल की. उन्होंने इस टेस्ट में भारत के ओपनर यशस्वी जायसवाल को दोनों पारियों में आउट किया. उनके अलावा ऋषभ पंत और वाशिंगटन सुंदर का शिकार भी किया.
30 साल के इस तेज गेंदबाज को पिछले कुछ सालों में कोहनी और पीठ की चोटों ने काफी परेशान किया. इसके चलते न केवल टेस्ट बल्कि टी20 और वनडे करियर पर भी असर पड़ा. 2021 से वह केवल सफेद गेंद क्रिकेट के मुकाबले ही खेल रहे थे. लॉर्ड्स टेस्ट के बाद आर्चर ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं जीत के बाद थोड़ा भावुक हो गया. यह लंबी यात्रा रही. मैं बता नहीं सकता कि पिछले तीन या चार सालों से कितने कीबोर्ड योद्धा पीछे पड़े हुए थे. इस वापसी के लिए काफी समय से कोशिश हो रही थी. काफी समय तक रिहैब में रहा, काफी मेहनत की लेकिन इस तरह के पल इन सब बातों को जरूरी कर देते हैं. स्टेडियम में मौजूद लोगों ने मुझे काफी सहारा दिया.'
आर्चर का खुलासा- पिछले डेढ़ साल काफी मुश्किल रहे
आर्चर ने पिछले एक साल के दौरान पेश आई मुश्किलों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा,
पिछले एक साल-डेढ़ साल में खेलना सबसे मुश्किल रहा. साथ ही वर्कलोड का भी ध्यान रखना था. आज बॉलिंग करनी है. कल नहीं करनी है. कभीकभार आपको लगता है कि आप तैयार हैं लेकिन जब तक आप खेलते नहीं तब तक पता नहीं चलता. सुरक्षित तरीका सबसे बेहतर होता है इसलिए मैं ज्यादा शिकायत नहीं कर रहा था और निश्चित रूप से इस इंतजार का फल मिला.
आर्चर बोले- अभी भी रिहैब का ध्यान रखना है
आर्चर ने कहा कि अभी भी उनके रिहैब का काम पूरा नहीं हुआ है. उन्हें इस बारे में ध्यान रखना होगा. उन्होंने बताया, 'केसी (इंग्लैंड क्रिकेट के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की) और मैंने कुछ साल पहले प्लान बनाए. मैं बता नहीं सकता कि चीजें किस तरह हुई हैं. मुझे लगता है कि अभी दिसंबर तक मुझे ध्यान रखना होगा. मैं पूरी तरह से मुश्किल से नहीं निकला हूं लेकिन यह अच्छा आगाज है. वापसी करते हुए यह टेस्ट काफी व्यस्त रहा. मैंने जितने सोचे थे उससे ज्यादा ओवर डालने पड़े.'