करुण नायर सात साल बाद फिर से भारतीय टीम का हिस्सा हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें चुना गया है. करुण नायर ने आखिरी टेस्ट 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. इसके बाद वे 2018 में इंग्लैंड दौरे की टीम इंडिया में थे लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. करुण का कहना है कि जब वे भारतीय टीम से बाहर हो गए थे और उनके पास आईपीएल का कॉन्ट्रेक्ट नहीं था तब उन्हें संन्यास की सलाह मिली थी. एक बड़े भारतीय खिलाड़ी ने उनसे इस बारे में बात की थी.
नायर ने ब्रिटिश अखबार मेल स्पोर्ट से बात करते हुए इस बारे में खुलासा किया. उन्होंने कहा कि उनके मन में संन्यास का ख्याल नहीं आया था. एक पूर्व क्रिकेटर ने भला चाहते हुए सलाह दी कि दुनियाभर में चल रही टी20 लीग्स से कमाई करने के लिए रिटायरमेंट ले ली जाए. करुण ने कहा, 'मुझे अभी भी याद है कि एक प्रमुख भारतीय क्रिकेटर का मेरे पास फोन आया था और कहा था कि मुझे रिटायर हो जाना चाहिए क्योंकि इन लीग्स में मिलने वाले पैसों से भविष्य सुरक्षित होगा. ऐसा करना आसान होता लेकिन मुझे पता था कि पैसों से इतर मैं खुद को इस बात के लिए कोसता कि इतना आसानी से हार मान ली.'
करुण नायर बोले- दोबारा टीम इंडिया में आना था
करुण ने संन्यास से पहले भारतीय टीम में वापसी के लिए कुछ साल तक कोशिश करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, 'मैं दोबारा भारत के लिए खेलने को लेकर हार नहीं मानना चाहता था. यह दो साल पहले की बात है और आज देखिए हम कहां हैं. यह पागलपन है लेकिन अंदर से मुझे पता था कि मैं अच्छा खिलाड़ी हूं.'
करुण ने बताया कि 2023 में उन्होंने फिर से क्रिकेट के लिए जोर लगाया. वे अपने एक पूर्व कोच के साथ प्रैक्टिस करने लगे. उन्होंने Comeback Season के नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया. लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था. करुण ने कहा, 'कुछ दिन तो ऐसे होते थे जहां पर मैं खुद से पूछता था कि इसका क्या मतलब है क्योंकि असलियत यह थी कि मैं लक्ष्य को समझ नहीं पा रहा था.'