IND VS ENG: भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने हाल ही में खुलासा किया है कि 2021 में घुटने की सर्जरी के बाद उन्हें अपनी बॉलिंग एक्शन पूरी तरह से बदलनी पड़ी. साथ ही, फिटनेस और ताकत पर दोगुनी मेहनत करनी पड़ी, ताकि वे टी20 मैच में चार ओवर भी डाल सकें. कुलदीप ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में बताया कि सर्जरी के बाद बीसीसीआई एक्सीलेंस सेंटर के प्रमुख फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कौशिक ने उन्हें बताया कि उनकी पुरानी बॉलिंग एक्शन की वजह से उनके आगे के पैर पर ज्यादा बोझ पड़ रहा था, जो उनके करियर को नुकसान पहुंचा सकता था. पहले तो कुलदीप ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और कानपुर जाकर मेहनत शुरू की.
फिटनेस की चुनौती
कुलदीप ने बताया, "नए एक्शन से इतनी ऊर्जा चाहिए थी कि मैं 4-5 ओवर से ज्यादा नहीं डाल पाता था. रन-अप तेज था और मेरा अंदाज आक्रामक था. टी20 में भी 4 ओवर डालना मुश्किल हो गया था. ऐसे में अंत में टीम इंडिया के पूर्व स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई ने उनकी मदद की, ताकि वे अपनी एनर्जी बचा सकें.
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कप्तान रोहित की चिंता
कुलदीप ने कहा, "सोहम ने मुझे तैयार किया कि जिससे मैं अपनी एनर्जी बचा सकूं और कम से कम 6 ओवरों तक पूरे जोश से गेंदबाजी कर सकूं. मैच के दौरान रोहित भाई अक्सर पूछते थे, 'थक रहा है क्या?'. कुलदीप ने आगे बताया कि, हालांकि अब मैं 8-9 ओवर की लंबी स्पैल डालने लगा हूं. टेस्ट में तो 10-12 ओवर भी डाले हैं. इसे हासिल करने में मुझे 3 साल लगे." बता दें कि, अभी कुलदीप इंग्लैंड में टेस्ट टीम के साथ हैं और एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी में खेलने का इंतजार कर रहे हैं. वे पहले मैच में हेडिंग्ले में नहीं खेल पाए थे. दूसरा टेस्ट बुधवार, 2 जुलाई से शुरू होगा. ऐसे में देखना होगा कि कुलदीप को प्लेइंग 11 में मौका मिलता है या नहीं.