भारत के पूर्व क्रिकेटर आर अश्विन ने लॉर्ड्स टेस्ट में अंपायरिंग कर रहे पॉल रैफल की आलोचना की है. ऑस्ट्रेलिया से आने वाले इस अंपायर ने भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट के दौरान कुछ ऐसे फैसले लिए जिन पर काफी सवाल उठे. इसके बाद से वे निशाने पर आ गए. रैफल के फैसले का लॉर्ड्स टेस्ट के नतीजे पर असर पड़ सकता है. इस मुकाबले के चौथे दिन 14 विकेट गिरे और भारत व इंग्लैंड दोनों के पास ही आखिरी दिन जीत का मौका रहेगा.
रैफल ने चौथे दिन के खेल में मोहम्मद सिराज की गेंद पर जो रूट के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील को ठुकरा दिया. डीआरएस में दिखा कि गेंद लेग स्टंप को हिट करती लेकिन रूट को अंपायर्स कॉल के चलते जीवनदान मिल गया. इसके बाद सिराज ने तीखी नजरों से रैफल को देखा. जब भारत बल्लेबाजी कर रहा था तब उन्होंने ब्रायडन कार्स की गेंद पर शुभमन गिल को विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया. डीआरएस में सामने आया कि गेंद बल्ले से लगी ही नहीं थी.
अश्विन बोले- आईसीसी करे कार्रवाई
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस बारे में बात की और एक-एक पॉइंट पर अंपायर रैफल की कमियां गिनाईं. उन्होंने कहा, 'पॉल रैफल के साथ मेरा अनुभव... मैं उनसे बात करना चाहता हूं. मैं नहीं कह रहा कि मेरे कहने पर आउट दे दो. ऐसा नहीं है. जब भी भारत बॉलिंग करता है तो उन्हें हमेशा लगता है कि नॉट आउट है. जब भारत की बल्लेबाजी होती है तो उन्हें लगता है कि आउट है. अगर ऐसा सिर्फ भारत के खिलाफ ही नहीं बल्कि बाकी सब टीम के साथ ही है तो आईसीसी को उनके बारे में फैसला करना चाहिए.'
'जब पॉल रैफल आते हैं तब भारत नहीं जीतता'
अश्विन ने रैफल की अंपायरिंग पर आगे कहा, 'मेरे पास एक कार है, एक सिडान जिसे मैं उस रिप्ले में दिख रहे बल्ले और गेंद के बीच गैप में पार्क कर सकता हूं. यह साफ था कि नॉट आउट था. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ. मेरे पिता साथ में मैच देख रहे थे. और उन्होंने मुझसे कहा कि जब भी पॉल रैफल आते हैं तो भारत नहीं जीतता है. यहां तक कि मार्क आथर्टन और नासिर हुसैन ने भी कहा कि अंपायर्स को खिलाड़ियों के समय खराब करने पर कार्रवाई करनी चाहिए थी.'