'ऋषभ पंत मूड में नहीं थे', नाइट वॉचमैन को लेकर आर अश्विन का बड़ा खुलासा, विकेटकीपर बैटर को लेकर किया बड़ा खुलासा

'ऋषभ पंत मूड में नहीं थे', नाइट वॉचमैन को लेकर आर अश्विन का बड़ा खुलासा, विकेटकीपर बैटर को लेकर किया बड़ा खुलासा
ऋषभ पंत को आउट करने के बाद जश्न मनाते जोफ्रा आर्चर

Story Highlights:

आर अश्विन ने पंत को लेकर बड़ा खुलासा किया है

अश्विन ने कहा कि पंत को आखिरी मिनटों में बल्लेबाजी करना पसंद नहीं

IND VS ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर तीसरे टेस्ट का आखिरी दिन खेला जा रहा है. भारत को जीत के लिए आखिरी दिन 135 रन बनाने हैं जबकि इंग्लैंड को 5 विकेट चाहिए. भारत ने दूसरी पारी में इंग्लैंड को 192 रन पर रोक दिया. इस तरह भारत को 193 रन का लक्ष्य मिला. वाशिंगटन सुंदर ने गेंद से कमाल का खेल दिखाया और कुल 4 विकेट लिए. वहीं बुमराह और सिराज को 2-2 विकेट मिले. 

मीरपुर टेस्ट में पंत की बल्लेबाजी से बचने की कहानी

इस बीच पूर्व भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने ऋषभ पंत को लेकर बड़ा खुलासा किया है. रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक मजेदार किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि गर्मी और उमस भरे मौसम में वह ड्रेसिंग रूम में एनालिस्ट के पास बैठे थे. हेड कोच राहुल द्रविड़ भी पास में थे. भारत ने जब दो विकेट खो दिए, तो ऋषभ पंत ने राहुल द्रविड़ से कहा, "मैं बल्लेबाजी करने नहीं जा रहा." उस समय दिन के 30-40 मिनट बाकी थे. फिर जब अगला विकेट गिरा, तो पंत को नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए जाना था, लेकिन वह अंदर चले गए. इसके बाद अक्षर पटेल और फिर जयदेव उनादकट को नाइटवॉचमैन के तौर पर भेजा गया.

अश्विन ने एक और घटना का जिक्र किया, जहां पंत दिन के आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी से बचते दिखे. हालांकि, उन्होंने भारत के फैसले का समर्थन किया, जिसमें पंत की जगह आकाश दीप को भेजा गया. अश्विन ने कहा, "पंत को आखिरी 30-40 मिनट में बल्लेबाजी करना पसंद नहीं है. इसलिए आकाश दीप को भेजा गया. यह फैसला सही था, क्योंकि पंत शानदार फॉर्म में हैं और उन्हें अगले दिन के लिए बचाना जरूरी था. लेकिन अगर आकाश दीप जैसे बल्लेबाज आउट हो जाते हैं, तो टीम मुश्किल में पड़ सकती है."

उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक और मैच का उदाहरण दिया, जहां विराट कोहली के आउट होने के बाद पंत बल्लेबाजी के मूड में नहीं थे. तब मोहम्मद सिराज को भेजा गया, और उनके आउट होने के बाद फिर एक मुख्य बल्लेबाज को उतारना पड़ा. अश्विन ने कहा, "यह एक पेचीदा स्थिति है. लेकिन उस दिन 20-25 मिनट बाकी थे, और 190 रनों का लक्ष्य था. पंत को बचाना जरूरी था, इसलिए यह फैसला ठीक था.