भारत को जब लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन 193 रन का लक्ष्य मिला था तब ज्यादातर लोगों को लगा था कि इंग्लैंड टीम हार जाएगी. लेकिन पांचवें दिन के खेल के पहले आधे घंटे ने मेजबान की जीत की बुनियाद रख दी. रवींद्र जडेजा ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ लड़ाई लड़ी लेकिन भारत नहीं जीत सका. टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने तीसरा टेस्ट गंवाने के बाद बताया कि कहां पर यह मुकाबला हाथ से निकल गया. उन्होंने कहा कि काफी तेजी से चीजें बदल गई और बल्लेबाज बेहतर तरीके से खेल सकते थे. भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रन से हार मिली. लक्ष्य का पीछा करते हुए 170 रन पर टीम निपट गई. इस नतीजे से सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे हो गया.
शुभमन ने टेस्ट गंवाने के बाद कहा कि चौथे दिन के खेल के आखिरी एक घंटे में बेहतर बैटिंग करनी थी. उन्होंने कहा, चीजें काफी तेजी से बदली. मुझे लगता है कि पिछले एक घंटे में हम खुद को बेहतर तरीके से अप्लाई कर सकते थे. विशेष रूप से जो दो विकेट गिरे थे. यहां तक कि आज सुबह भी वे प्लान के साथ आए थे. हम उम्मीद कर रहे थे कि एक 50 रन की पार्टनरशिप हो जाए. अगर टॉप ऑर्डर से 50 रन की पार्टनरशिप होती तो हमारे लिए चीजें आसान होती. कभी कभार सीरीज के स्कोरकार्ड नहीं बता पाते हैं कि आप कितने अच्छे से खेले. मुझे लगता है कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला और यहां से सीरीज ज्यादा रोचक होगी.
भारत ने चौथे दिन के खेल में चार विकेट गंवा दिए थे. इनमें यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, करुण नायर और आकाश दीप शामिल रहे. पांचवें दिन के सुबह के सेशन में केएल राहुल, ऋषभ पंत और वाशिंगटन सुंदर जल्दी आउट हो गए. इससे मैच पूरी तरह से इंग्लैंड की गिरफ्त में आ गया. लेकिन रवींद्र जडेजा के जुझारुपन के चलते टीम इंडिया तीसरे सेशन तक मुकाबले में ले गई. लेकिन जीत से 22 रन पहले लड़ाई थम गई.