भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट में हार के लिए खराब फील्डिंग और निचले क्रम से रन नहीं आने को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि उनके पास इस मुकाबले में मौके आए थे लेकिन उन्हें भुना नहीं पाए. भारत को पहले टेस्ट में पांच विकेट से हार मिली. इंग्लैंड ने 371 रन के लक्ष्य को पांच विकेट गंवाकर हासिल किया. उसकी तरफ से आखिरी दिन बेन डकेट ने शतक लगाया तो जैक क्रॉली और जो रूट ने अर्धशतक लगाए. इससे इंग्लैंड ने टेस्ट में दूसरा सर्वोच्च लक्ष्य हासिल किया. साथ ही भारत पांच शतक लगाने के बाद भी हारने वाली पहली टीम गई.
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत ने पहली पारी में आखिरी सात विकेट 41 रन में गंवाए. दूसरी पारी में 31 रन में छह विकेट गिर गए. इससे भारत बड़े स्कोर को आगे ले जाने में नाकाम रहा. पहली पारी में टीम 500 पार जाती दिख रही थी और 471 ही बना सकी. दूसरी पारी में उसके पास 400 तक जाने का मौका था लेकिन 364 पर टीम इंडिया सिमट गई.
शुभमन गिल ने निचले क्रम की नाकामी को स्वीकारा
कप्तान शुभमन ने इस बात को माना. उन्होंने मैच के बाद कहा,
एक कमाल का टेस्ट रहा. हमारे पास मौके थे. कैच छोड़े, बैटिंग में निचले क्रम से रन नहीं आए. लेकिन मुझे अपनी टीम पर गर्व है और कुल मिलाकर अच्छी कोशिश रही. कल हम लोग सोच रहे थे कि 430 के आसपास का स्कोर बनाकर पारी घोषित करेंगे. बदकिस्मती से हमने रन नहीं बनाए और इससे हमेशा दिक्कत होती है. यह बात इस मैच में हमारे पक्ष में नहीं गई. आने वाले मैचों में इसमें सुधार करेंगे.
शुभमन गिल ने कैच टपकाने पर क्या कहा
भारतीय टीम ने हेडिंग्ले में सात-आठ कैच टपकाए और इससे इंग्लैंड को काफी मदद मिली. इस बारे में भारतीय कप्तान ने कहा, इस तरह की विकेट पर मौके आसानी से नहीं मिलते. लेकिन हमारे पास युवा टीम है. इससे सीखेंगे. उम्मीद है कि हम सुधार करेंगे. हमने पहले सेशन में काफी अच्छी बॉलिंग की थी. आसानी से रन नहीं दिए. लेकिन जब गेंद पुरानी हो जाती है तब रन रोकना मुश्किल हो जाता है. जब गेंद मुलायम हो जाती है तब विकेट लेना जरूरी है.