कुलदीप यादव इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट की सीरीज में एक भी मैच नहीं खेल पाए. वे सभी मैचों के दौरान बेंच पर ही बैठे रहे. कई दिग्गजों ने इस स्पिनर को खिलाने की पैरवी की लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना. भारतीय टीम की ओर से कहा गया कि कॉम्बिनेशन की वजह से इस खिलाड़ी को जगह नहीं मिल पाई. भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी कुलदीप को लगातार टेस्ट में खिलाने की बात कही. उन्होंने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा कि टीम इंडिया को उसकी तरह के गेंदबाज को बाहर नहीं रखना चाहिए.
गांगुली ने कुलदीप को इंग्लैंड दौरे पर नहीं खिलाने के बारे में कहा, 'मुझे लगता है कि इंग्लैंड (ओवल टेस्ट में) ने चार तेज गेंदबाजों के साथ खेलने का फैसला किया. उन्होंने विकेट पर काफी घास छोड़ी. भारत के पास पहले (रवींद्र) जडेजा और आर अश्विन जैसे स्पिनर थे. मैं चाहता था कि कुलदीप को मैनचेस्टर, लॉर्ड्स और यहां तक कि बर्मिंघम टेस्ट में भी खिलाना चाहिए था. अगर क्वालिटी स्पिन बॉलिंग नहीं होगी तो पांचवें दिन विरोधी टीम को आउट करना मुश्किल होगा. जब भारत बैटिंग कर रहा था तब हमने देखा कि क्या हुआ. इंग्लैंड के पास बढ़िया स्पिनर नहीं था तो उन्हें विकेट नहीं मिला. इससे पहले (शेन) वॉर्न, मुरलीधरन, यहां तक कि इंग्लैंड के पास भी (ग्रीम) स्वान और (मोंटी) पानेसर जैसे स्पिनर थे. कुलदीप ऐसा गेंदबाज है जिसे भारत को लगातार खिलाना चाहिए.'
ईश्वरन के लिए क्या बोले गांगुली
कुलदीप के अलावा अभिमन्यु ईश्वरन भी ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में नहीं खिलाया गया. उनके बारे में गांगुली ने कहा कि उसे खेलने का मौका मिलेगा. उसके पास अभी उम्र है. उसे मौके मिलेंगे.
गांगुली ने इंग्लैंड दौरे पर भारत के प्रदर्शन के बारे में कहा कि शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम को लॉर्ड्स टेस्ट जीतना चाहिए था. उसने मैनचेस्टर टेस्ट को बचाया. जब भारत ने 400 के करीब बना लेकिन लॉर्ड्स में 190 रन का लक्ष्य हासिल नहीं किया.