टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे पर काफी कुछ सही नहीं जा रहा है. लॉर्ड्स के मैदान में जहां गेंद बदलने को लेकर हंगामा हो जाता है. वहीं शुभमन गिल इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली को उनकी हरकत के चलते अंगुली दिखा देते हैं. इसके बाद जडेजा और बेन स्टोक्स के बीच हैंडशेक विवाद ठंडा पड़ता नहीं है कि टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का ओवल मैदान के पिच क्यूरेटर ली फोर्टिस से पंगा हो जाता है. अब इन सबके बीच टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने लॉर्ड्स में गेंद के साथ हुए भेदभाव की शिकायत दर्ज कराई, जो मैच रेफरी तक जा चुकी है.
नियम बदलने की रखी मांग
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि लॉर्ड्स टेस्ट में 10 ओवर के बाद ड्यूक्स गेंद का शेप खराब हो गया था. ऐसा सीरीज में अक्सर होता आ रहा था. गेंद उन रिंग्स से पार नहीं जा रही थी. जिससे अंपायर चेक करते हैं. अंपायर के पास 10 ओवर पुरानी गेंद नहीं थी इसलिए मैच के अहम मोड़ पर टीम इंडिया को पुरानी गेंद दी गयी और वहीं से मैच बदल गया.
सूत्र ने आगे कहा,
टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने मैच रेफरी से अनुरोध किया है कि उन्हें खराब हुई मूल गेंद पर लौटने की अनुमति दी जाए लेकिन नियमों के चलते ऐसा नहीं हुआ और हमें ये बात पता भी नहीं थी कि अगर बिगड़ी शेप वाली गेंद बदलेंगे और वैसी गेंद नहीं मिलेगी तो हम मूल गेंद से नहीं खेल सकते हैं. अगर ये चीज पता होती तो हम गेंद को बदलते ही नहीं. आईसीसी को भी हस्तक्षेप करना चाहिए और नियम को बदलना होगा.