भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नाम बदला, अब नहीं कहलाएगी पटौदी ट्रॉफी, इन दो दिग्गजों पर हुआ नया नामकरण

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नाम बदला, अब नहीं कहलाएगी पटौदी ट्रॉफी, इन दो दिग्गजों पर हुआ नया नामकरण
tendulkar anderson trophy

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पटौदी ट्रॉफी नामकरण इफ्तिखार अली खान के नाम पर हुआ.

भारत में जब इंग्लैंड टेस्ट खेलता है तो एंथनी डी मेलो ट्रॉफी दी जाती है.

भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच टेस्ट मैच की सीरीज की ट्रॉफी का नाम बदले जाने की खबर है. कहा जा रहा है कि आगामी सीरीज से पहले इस ट्रॉफी का नामकरण सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन पर किया जा सकता है. इसके बाद इस ट्रॉफी को तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी कहा जाएगा. बीबीसी ने यह जानकारी दी है. अभी इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की तरफ से आधिकारिक बयान का इंतजार है.

अभी तक इंग्लैंड में भारतीय टीम टेस्ट सीरीज खेलती है तो पटौदी ट्ऱॉफी दी जाती है. यह नामकरण पटौदी परिवार हुआ. पटौदी के नवाब इफ्तिखार खान भारत और इंग्लैंड दोनों देशों के लिए टेस्ट खेले थे. उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी ने 1960 और 70 के दशक में भारत के लिए टेस्ट खेले और कप्तानी भी की. उनकी गिनती भारत के कमाल के कप्तानों में होती है. बताया जाता है कि पटौदी परिवार को ट्रॉफी का नाम बदलने के बारे में बता दिया गया है.

तेंदुलकर-एंडरसन का कमाल का टेस्ट करियर

 

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज 20 जून से खेली जानी है. पहला मुकाबला लीड्स में है. सचिन तेंदुलकर ने 1989 से 2013 के बीच 200 टेस्ट खेले और सबसे ज्यादा 15921 रन बनाए. वहीं जेम्स एंडरसन टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं. उन्होंने 704 विकेट इस फॉर्मेट में चटकाए हैं. 42 साल के इस खिलाड़ी ने पिछले साल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिए थे. इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के लिए बॉलिंग कंसल्टेंट का काम किया था. अभी वह लैंकाशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं. 

एंडरसन ने नौ बार तेंदुलकर को किया आउट

 

तेंदुलकर और एंडरसन का टेस्ट में 14 बार आमना-सामना हुआ है. इंग्लिश तेज गेंदबाज ने सबसे ज्यादा नौ बार भारतीय दिग्गज को आउट किया. दुनिया के किसी दूसरे बॉलर ने सचिन को इतनी बार आउट नहीं किया.