अर्शदीप सिंह का खुलासा, उमरान की 155 किलोमीटर रफ्तार वाली गेंदों का वह कैसे उठाते हैं फायदा ?

अर्शदीप सिंह का खुलासा, उमरान की 155 किलोमीटर रफ्तार वाली गेंदों का वह कैसे उठाते हैं फायदा ?

अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) और उमरान मलिक (Umran Malik) यह वह दो युवा नाम हैं जिन्होंने साल 2022 में अपनी गेंदबाजी से ढेरों सुर्खियां बटोरी हैं. आईपीएल 2022 के बाद दोनों ही खिलाड़ियों को एक साथ भारतीय टीम की ओर से साउथ-अफ्रीका सीरीज पर पहला मौका दिया गया था. अर्शदीप जहां एक ओर टीम में अपनी जगह लगभग पक्की कर चुके हैं तो वहीं उमरान के लिए यह सफर ज्यादा मुश्किल नजर नहीं आता. उनकी गेंदबाजी के तरीके में जमीन आसमान का अंतर है, जहां एक ओर उमरान तेज रफ्तार के लिए जाने जाते हैं तो वहीं अर्शदीप अपनी स्वींग और सटीकता के लिए. उमरान की रफ्तार भले ही बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती है, लेकिन अर्शदीप सिंह के लिए यह एक वरदान से कम नहीं. अर्शदीप को उमरान मलिक की तेज रफ्तार से फायदा मिलता है क्योंकि उनकी गति में जो अंतर है उससे बल्लेबाजों को तालमेल बिठाने में काफी दिक्कत होती है. 

उमरान के साथ गेंदबाजी अर्शदीप को आती है रास
जम्मू के तेज गेंदबाज उमरान विश्व क्रिकेट में इंग्लैंड के मार्क वुड और दक्षिण अफ्रीका के एनरिच नॉर्किया के साथ सबसे तेज गेंदबाज हैं. वह 150 किलोमीटर की रफ्तार से लगातार गेंद डाल सकते हैं. अर्शदीप स्विंग गेंदबाज हैं जो 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी करते हैं. दोनों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आकलैंड में अपने पहले वनडे में डेब्यू किया और अर्शदीप चाहते हैं कि यह जोड़ी आगे भी बनी रहे. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे से पहले कहा ,‘‘ उमरान के साथ गेंदबाजी करना हमेशा अच्छा लगता है. वह खुशदिल इंसान है और ड्रेसिंग रूम का माहौल भी अच्छा रहता है.’’

रफ्तार उमरान की फायदा अर्शदीप का (Arshdeep singh Bowling Speed)
दोनों ही गेंदबाजों की रफ्तार के बीच बड़ा अन्तर है. इसपर फायदे की बात पर अर्शदीप ने कहा, ‘‘जहां तक गेंदबाजी का सवाल है तो उमरान की गेंदबाजी से मुझे काफी फायदा होता है क्योंकि बल्लेबाज को 155 से 135 की रफ्तार में ढलने में दिक्कत आती है. वे गति से चकमा खा जाते हैं. उम्मीद है कि आगे भी हम इस तरह एक दूसरे के साथ गेंदबाजी करते रहेंगे.’’ टी20 में अपनी पहचान बना चुके अर्शदीप 50 ओवरों के क्रिकेट में खेलते हुए बहुत बदलाव नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा तरीका शुरू में आक्रामक और आखिर में रक्षात्मक गेंदबाजी का है. मौका मिलने पर ऐसा ही करूंगा.’’ अपने छोटे से कैरियर में अर्शदीप आलोचकों के निशाने पर भी आ चुके हैं. दुबई में एशिया कप के मैच में भारत की पाकिस्तान के हाथों हार के बाद काफी लोगों ने उनकी फील्डिंग पर सवाल उठाए थे. इसपर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप अच्छा खेलते हैं तो प्यार और तारीफें मिलती है और नहीं खेलते तो प्रशंसकों को हमारी आलोचना का अधिकार है. उन्हें टीम से और खेल से प्यार है और आपको प्यार और आलोचना दोनों को स्वीकार करना होगा.’’